मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को 6 श्रेणियों में बांटा गया है। जिसमें पहली किश्त कन्या के जन्म के समय राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। दूसरी किश्त कन्या के टीकाकरण, कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर और कक्षा 8 में प्रवेश लेने पर प्रदान किए जाएंगे।
आशीष पांडेय
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दोबारा वापसी के बाद से ही आमजनता के हित के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए तो वहीं दूसरी ओर सीएम योगी बेटियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भी एक योजना की शुरुआत की। इस योजना की शुरूआत 1 अप्रैल 2019 को हुई थी। इसके माध्यम से प्रदेश की बेटियों को 15 साल की अवधि में 15000 रुपए की राशि आर्थिक मदद के रूप में प्रदान की जाएगी। यह राशि 6 किस्तों में दी जाएगी I लेकिन बेटी के परिवार की पूरे साल की आय तीन लाख रूपये या उससे कम होनी जरूरी है। राज्य सरकार ने इस योजना का बजट 1200 करोड़ रुपए निर्धारित किया है। इस योजना की शुरुआत होने से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की अवधारणा पूरी होती नजर आ रही है।
परिवार को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ लेने के लिए उस परिवार में कम से कम 2 बच्चे होने आवश्यक है। यदि किसी घर की महिलाओं को दोबारा प्रसव के समय में जुड़वा बच्चा जन्म लेते हैं और उसमें तीसरा बच्चा लड़की होती है तो वह भी इस योजना का लाभ लेने के लिए मान्य होगी। यदि दोबारा प्रसव के समय में दो जुड़वा कन्या पैदा होती है तो इन तीनों बेटियों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। जिससे राज्य की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की अवधारणा को आगे चलाया जा सके। इस लेख के जरिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से जुड़ी सभी जानकारी देने जा रहे है जैसे- योजना का उद्देश्य क्या है, इसके लिए किन कागजों की जरूरत पड़ेगी, ऑनलाइन व ऑफलाइन आवेदन किस प्रकार कर सकते है।
इन श्रेणियों में दी जाएगी इतना धनराशि
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का उद्देश्य राज्य के नागरिकों में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक सोच पैदा करना है जिससे भूर्ण हत्या, बाल विवाह को रोकना और लड़की-लड़के में भेदभाव को कम करना है। राज्य सरकार बेटियों की अच्छी शिक्षा देने के लिए व उनके भविष्य को सवारने के लिए इसको शुरू किया है। इसकी वजह से आर्थिक रूप से कमजोर न होने पर बेटियां अपने पैरों पर खड़ी हो पाएंगी। प्रदेश के हर परिवार में लड़कियों को लड़के के समान समझने के लिए यूपी सरकार ने छोटी सी कोशिश की है। इसका उद्देश्य सिर्फ इतना ही है कि हर घर की बेटी शक्तिशाली के साथ-साथ आत्मनिर्भर बन जाए। इस योजना को 6 श्रेणियों में विभाजित किया गया है।
1. कन्या के जन्म होने पर 2000 रुपए की धनराशि दी जाएगी
2. बेटी के टीकाकरण होने पर 1000 रुपए की धनराशि दी जाएगी
3. कन्या के कक्षा एक में प्रवेश होने पर 2000 रुपए की धनराशि दी जाएगी
4. बेटी को कक्षा 6 में प्रवेश करने के उपरांत 2000 रुपए की धनराशि दी जाएगी
5. कन्या को कक्षा 9 में प्रवेश करने के उपरांत 3000 रुपए की राशि दी जाएगी
6. वहीं 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक या डिप्लोमा में प्रवेश में 5000 रुपए की राशि प्रदान की जाएगी
योजना के आवेदन की पात्रता, कई जरूरी दस्तावेजों की पड़ेगी जरुरत
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के आवेदन की पात्रता है कि यूपी का निवासी हो और उसके पास स्थायी निवास प्रमाण पत्र जरूरी हो, नागरिक की पारिवारिक सालाना वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख हो, परिवार की अधिकतम दो ही बेटियों को योजना का लाभ मिलेगा साथ ही परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों। किसी महिला को पहले प्रसव से बेटी है व दूसरे प्रसव से दो जुड़वा बेटी हैं तो केवल ऐसी अवस्था में तीनों बेटियों को लाभ मिलेगा। महिला के द्वितीय प्रसव से जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी बच्चे के रूप में बेटी को भी लाभ अनुमन्य होगा। यदि किसी परिवार ने अनाथ बेटी को गोद लिया है तो परिवार की जैविक संतानों तथा विधिक रूप में गोद ली गई संतानों को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बेटी ही इस योजना का लाभार्थी होगी। इसके लिए राज्य सरकार ने ऑनलाइन अप्लाई की प्रक्रिया को आरंभ कर दिया है। अपनी बेटी को इस योजना का लाभ दिलाने के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट mksy.up.gov.in में जाकर आसानी से आवेदन कर सकते है। इसके लिए राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर पहचान पत्र, बैंक अकॉउंट पासबुक, टेलीफोन का बिल, मोबाइल नंबर व पासपोर्ट साइज फोटो जैसे जरुरी दस्तावेजों की जरुरत पड़ेगी।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को ऑनलाइन करे आवेदन
1. सबसे पहले मुख्यमंत्री सुमंगला योजना की आधिकारिक वेबसाइट mksy.up.gov.in पर जाए, होम पेज आपके सामने खुल जाएगा।
2. होम पेज पर सिटीजन सर्विस पोर्टल का ऑपशन दिखाई देगा, इस पर क्लिक करें। उसमें क्लिक करने के बाद, आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा। इसमें सहमति का विकल्प दिखाई देगा।
3. इस विकल्प के कारण ‘मैं सहमत हूं’ पर टिक करे और ‘जारी रखें’ पर क्लिक करें। इस पर क्लिक करने के बाद अगला पेज खुलेगा जिस पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा।
4. रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलने पर नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ओटीपी जैसी सभी जानकारी को पंजीकरण फॉर्म में भरना होगा। उसके बाद फॉर्म को पंजीकृत किया जाएगा।
5. फॉर्म का सफल पंजीकरण के बाद उपयोगकर्ता आईडी मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगी और इसी यूजर आईडी से लॉगइन करना होगा।
6. यूजर आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगइन करने के बाद लड़की का पंजीकरण फॉर्म दिखाई देगा।
7. फॉर्म में पूछी जा रही जानकारी को सही भरें और अपना दस्तावेज अपलोड कर सबमिट बटन पर क्लिक करें। इस प्रक्रिया के बाद आवेदन पूरा हो जाएगा और कन्या इसके योग्य हो जाएगी।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को ऑफलाइन करे आवेदन
1. कन्या सुमंगला योजना के लिए किसी भी संबंधित सरकारी कार्यालय में जाकर योजना के लिए आवेदन फार्म ले सकते हैं
2. फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियों को ध्यानपूर्वक भरे।
3. सभी जानकारी भरने के बाद इस आवेदन फॉर्म के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों को जोड़ें।
4. उसके बाद इस संपूर्ण आवेदन फॉर्म को खंड विकास अधिकारी, एसडीएम, परिवीक्षा अधिकारी, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी आदि के कार्यालय में जाकर जमा करवा दें।
5. यह आवेदन संबंधित अधिकारी द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी डीपीओ को भेज दिए जाएंगे।
6. फिर फॉर्म में भरी गए सभी जानकारी डीपीओ द्वारा ऑनलाइन फीट की जाएगी और इन ऑफलाइन फॉर्म की प्रक्रिया आगे ऑनलाइन प्रक्रिया की तरह ही चलेगी।
7. अंत में आवेदन की स्वीकृति हो जाने पर आपको योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।