यूपी के ललितपुर थाने में गैंगरेप पीड़िता के साथ बलात्कार की घटना पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव के अलावा प्रियंका गांधी और शिवपाल यादव ने भी सरकार की घेराबंदी की है।
ललितपुर: यूपी के ललितपुर में गैंगरेप पीड़ित नाबालिग से थाने में रेप की घटना सामने आने के बाद से यूपी की सियासत में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। अब इस पूरे मामले पर अखिलेश यादव के अलावा प्रियंका गांधी और शिवपाल यादव नें भी सरकार की घेराबंदी की है। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पीड़िता और उसके परिवार से मिलने के लिए रवाना हो गए हैं। जबकि उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि 'ललितपुर में 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि 'बुलडोजर' के शोर में कानून-व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है'।
ललितपुर में पुलिस की वर्दी हुई दागदार
ललितपुर के पाली थाने के अंदर गैंगरेप पीड़िता के साथ हुई रेप की इस घटना ने पुलिस की वर्दी को तो दागदार किया ही है। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। मामले में अब तक पीड़िता की मौसी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि निलंबित किया जा चुका आरोपी थानेदार तिलकधारी सरोज अब तक फरार है। पुलिस की 3 टीमें सरोज और अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर साधा निशाना
उधर, यूपी में इस मुद्दे पर सियासत शुरू हो गई। बुधवार को पीड़िता से मिलने के लिए रवाना होने से पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में लिखा- 'न्याय को ही लोगों के दरवाज़े तक नहीं पहुंचना होता है। कभी-कभी न्याय की पुकार के लिए भी लोगों के दरवाज़े तक जाना होता है।'
शिवपाल यादव ने सरकार पर बोला हमला
वहीं दूसरी तरफ शिवपाल यादव नें भी ट्वीट कर के सरकरा पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि 'ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना पुलिस व्यवस्था की निष्ठुरता व नृशंसता की बानगी भर है। न जाने कितनी निरीह बेटियां ऐसी होंगी जिनके अपमान की करुण कथा नौकरशाही व पुलिस व्यवस्था की परिधि से बाहर ही न आ पाती होंगी।' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा-' निःसंदेह उत्तर प्रदेश बेटियो के लिए इतना असुरक्षित और असंवेदनशील कभी नहीं था! प्रदेश सरकार को थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने व थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से प्रयास करना होगा? साथ ही हमारी यह भी मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।'