पुलिस लाइन स्थित एसएसपी कार्यालय पर बुधवार सुबह एक फरियादी महिला ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल कर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों की नजर उस पर पड़ी तो होश उड़ गए। पुलिस कर्मियों ने महिला के हाथों से पेट्रोल की बोतल छीनी और उसे आग लगाने से रोका।
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को थानों पर पीड़ितों की सुनवाई करने के लिए सख्त निर्देश दे रखे हैं। इसके बावजूद कार्रवाई ना होने से परेशान होकर पीड़ितों को अपनी जान देनी पड़ रही है। राजधानी लखनऊ में बीते कुछ महीनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां विधानसभा के बाहर खुद को आग के हवाले कर दिया गया। ऐसे में पुलिस ने कई बार तो लोगों की जान बचाने में कामयाब हो गई। वहीं कई बार पीड़ितों को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ गया।
महिला ने अपने ऊपर छिड़का पेट्रोल
पुलिस लाइन स्थित एसएसपी कार्यालय पर बुधवार सुबह एक फरियादी महिला ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल कर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों की नजर उस पर पड़ी तो होश उड़ गए। पुलिस कर्मियों ने महिला के हाथों से पेट्रोल की बोतल छीनी और उसे आग लगाने से रोका। उसके बाद उसे महिला थाने ले जाया गया।
रेप की शिकायत पर पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
महिला ने पुलिस को बताया वह मूल रूप से बागपत की रहने वाली है। उसने बागपत के ही एक गांव निवासी एक मुस्लिम युवक से शादी की थी। पांच-छह साल से वह पति के साथ अलीगढ़ के जट्टारी क्षेत्र में रहती है। महिला का आरोप है कि वह पास के ही एक गांव में दूध लेने जाती है, जहां उसकी मुलाकत एक युवक से हुई। उसने प्रलोभन दिया कि वह उसके घर पर ही दूध पहुंचा दिया करेगा। बातचीत के दौरान ही उसने मोबाइल नंबर ले लिया। जिस पर वह अक्सर बात करता था। एक माह पहले युवक उसके घर में आ गया और दुष्कर्म किया। इस मामले की शिकायत उसने टप्पल थाने में की थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं महिला के आरोपों की जांच की जा रही है। अधिकारियों की तरफ से जल्द ही कार्रवाई की बात की गई है।
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