
सुलतानपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी (Maneka Gandhi) सुलतानपुर से सांसद हैं। रिश्वत खोरी को वो पसंद नही करती। इसको लेकर अक्सर उन्होंने अपने भाषण में नाराजगी जाहिर की है। कई बार घूस में ली गई रकम तक वो वापस करा चुकी हैं। इसके बावजूद यहां सरकारी तंत्र में रिश्वतखोरी आम बन गई है।
ऑपरेटर ने की एक हजार की डिमांड
दरअसल एक व्यक्ति राशन कॉर्ड बनवाने के लिए ऑपरेटर अनिल के पास गया तो राशन कॉर्ड बनाने के लिए ऑपरेटर ने उससे 1000 रुपए की डिमांड की। पीड़ित व्यक्ति ने अपनी गुरबत का इजहार करते हुए एक हजार रुपए दे पाने में असमर्थता जाहिर की। तब ऑपरेटर ने उससे पूछा कितने दे पाओगे?
पैसे दिए बिना नहीं बनता राशन कार्ड
पीड़ित ने ऑपरेटर को 500 रुपए दिए 500 लेकर उसने अपनी जेब में रखा, बोला जाओ आपका काम हो जाएगा। बता दें कि तहसील में बिना पैसे दिए राशन कॉर्ड नही बनाया जा रहा। जब इस मामले में जब ऑपरेटर अनिल से बात की गयी तो उसका जवाब था कि मुझे कोई सैलरी नही मिलती है, इसलिए हम रिश्वत लेते हैं। वही जब जिम्मेदारों से बात करने की कोशिश की गई तो आला अधिकारी बात करने से कतराते रहे।
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