उत्तर प्रदेश में बाबा का बुलडोज़र थमने का नाम नही ले रहा है। अब यूपी की राजधानी लखनऊ के अमीनाबाद में स्थित पुराने हनुमान मंदिर परिसर में बने कॉम्प्लेक्स पर योगी सरकार का बुलडोज़र चला है। बताया जा रहा है कि ये कॉम्प्लेक्स अवैध रूप से बना था और इसको जमींदोज़ किया जा रहा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में बाबा का बुलडोज़र थमने का नाम नही ले रहा है। बाबा का बुलडोज़र राज्य के माफियाओं के साथ- साथ अवैध रूप से कब्जा की गई ज़मीन पर भी चल रहा है। अब लखनऊ में भी ये सिलसिला शूरु हो गया है। लखनऊ के अमीनाबाद बाजार में पुराने हनुमान मंदिर परिसर में बने कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चलाया गया। अवैध रूप से बने कॉम्प्लेक्स को जमींदोज किया जा रहा है।
पुराने हनुमान मंदिर परिसर में बने कॉम्प्लेक्स पर चला बुलडोज़र
लखनऊ के अमीनाबाद के पुराने हनुमान मंदिर परिसर में बने कॉम्प्लेक्स को बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है। यह कॉम्प्लेक्स अवैध रूप से पार्क की जमीन पर बनाया जा रहा था। 10 हजार स्क्वॉयर फीट में बन रहे कॉम्प्लेक्स को नेस्तनाबूत करने का काम सुबह से जारी है। इस दौरान पुलिस बल और नगर निगम के अधिकारी भारी संख्या में मौजूद है।
नगर निगम अधिकारी ने क्या बताया इस पूरे मामले पर
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि 'आज हम अमीनाबाद में चल रहे अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला रहे हैं, ज़ोन 1 में स्थित मंदिर की आड़ में यह अवैध निर्माण हो रहा था,नगर निगम ने संज्ञान लेकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की है, बेसमेंट के साथ दो मंजिला निर्माण किया गया था, जिसको जमींदोज किया जा रहा है'। जानकारी के मुताबिक, श्रीमहावीर मंदिर ट्रस्ट (अमीनाबाद) के ट्रस्टी अशोक पाठक ने प्राचीन हनुमान गढ़ी मंदिर परिसर के पार्क में अवैध निर्माण शुरू किया था। जिसे रोकने के लिए नगर निगम और लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी ने नोटिस भी भेजा था। जिसके बाद भी अवैध निर्माण जारी था। जिसको ढ़हाया जा रहा है।
कानपुर में मदरसे के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
यूपी में मंदिर हो या मस्जिद अवैध निर्माण पर योगी सरकार का बुलडोज़ चलता हुआ नजऱ आयेगा। ऐसा ही कुछ इससे पहले कानपुर में देखने को मिला था। जहां पर एक मदरसे के अवैध निर्माण पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। घाटमपुर के इस्लामिया मदरसे में सरकारी जमीन पर निर्माण कराए गए हिस्से पर बुधवार को एसडीएम अनूप चौधरी ने भारी फ़ोर्स के साथ बुलडोजर चलवा दिया। हालांकि मदरसे के प्रिंसिपल का कहना है कि ये जमीन हमारी निजी है।