बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी की सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि 2024 में बीजेपी प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतेगी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बीजेपी अभी से जुट गई है।
लखनऊ: बीजेपी की जीत का सिलसिला जारी है। लेकिन इसके बावजूद वह हर चुनाव मे जीत के लिए अपना पूरा जोर लगा देती है। हाल ही में हुए उपचुनाव में सपा का गढ़ माने जाने वाली रामपुर और आजमगढ़ सीट पर बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है। अब बीजेपी आगामी 2024 के रण की तैयारी में जुट गई है।
पार्टी हाईकमान ने बुलाई बैठक
इसके लिए पार्टी हाईकमान ने बुधवार को लखनऊ मुख्यालय पर विधानसभा प्रभारी, विधानसभा संयोजक, लोकसभा प्रभारी, लोकसभा संयोजक सहित कई महत्वपूर्ण नेताओं की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है बैठक में 2024 से पहले उन 14 सीटों पर फोकस करने की रणनीति बनाई जा रही है जिन्हें बीजेपी 2019 में जीत नहीं सकी थी। उपचुनाव में जीत के बावजूद रामपुर और आजमगढ़ को भी उन सीटों में शामिल किया गया है।
बीजेपी ने निर्धारित किया जीत का लक्ष्य
बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी की सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि 2024 में बीजेपी प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतेगी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बीजेपी अभी से जुट गई है।
हारी हुई 14 सीटों पर किया जा रहा फोकस
इसके लिए बीजेपी की पहले जीती हुई सीटों के साथ-साथ उन 14 सीटों पर खासतौर पर फोकस किया जा रहा है जिन्हें पिछले चुनाव में बीजेपी हार गई थी। विधानसभा प्रभारी, विधानसभा संयोजक, लोकसभा प्रभारी और लोकसभा संयोजक की आज की बैठक में इन सीटों के स्थानीय समीकरणों को समझने के साथ-साथ बूथवार बीजेपी की स्थिति का भी आकलन किया जा रहा है। बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल मौजूद रहेंगे।
लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। बीजेपी की रणनीति पर करीब से नजर रखने वाले जानकारों का कहना है कि पार्टी अब पूरी तरह से मिशन-2024 मोड में हैं।
लोकसभा चुनाव में भले डेढ़ साल का वक्त बचा है लेकिन बीजेपी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। हर स्तर पर समन्वय बनाने की कोशिश की जा रही है। हाईकमान से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार संवाद हो रहा है।
प्रयागराज में हिंसा से पहले हुई थी मीटिंग, राजनैतिक लोगों के नाम आए सामने, जल्द ही होगी पूछताछ