UP News: लखनऊ DM ने अफसरों के साथ की बैठक, रैनबसेरों में जरूरतमंदों की सुविधाओं को लेकर जारी किए निर्देश

लखनऊ के जिलाधिकारी ने सोमवार को अफसरों के साथ बैठक करते हुए जरूरी दिशानिर्देश दिए। सीएम योगी के आदेश के बाद उन्होंने ठंड के बदलते मौसम के बीच ठिठुर रहे निराश्रित, असहाय व कमजोर वर्ग के लोगों को रैनबसेरों में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए। 
 

लखनऊ: हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) की ओर से ठंड में ठिठुर रहे निराश्रित, असहाय व कमजोर वर्ग के लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रति तहसील 5.5 लाख का बजट आवंटित किया था। जिसके बाद लखनऊ के जिलाधिकारी(DM Lucknow)ने सोमवार को सभी अफसरों के साथ बैठक करते हुए शीत ऋतु के मद्देनजर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए हैं। 

सभी अस्पतालों में रैनबसेरा संचालित करने के निर्देश

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जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश(DM Abhishek Prakash) ने सोमवार को अफसरों के साथ बैठक करते हुई जिले के सभी शासकीय अस्पतालों(government hospital) को निर्देश दिए कि ठंड को देखते हुए अस्पतालों में आने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए रात्रि विश्राम हेतु अस्पतालों में रैनबसेरों का संचालन सुनिश्चित कराया जाए। 
इसके साथ ही उन्होंने नगर निगम(Lucknow Nagar Nigam) को निर्देश दिया गया कि  नगर निगम क्षेत्र में सड़कों, फुटपाथों एवं अन्य खुले स्थानों पर रात्रि में सोने वाले निराश्रित व असहाय वर्ग के व्यक्तियों को राहत पहुचने हेतु रैनबसेरों का संचालन किया जाए।  उन्होंने कहा कि किसी की मृत्यु भोजन, वस्त्र, आश्रय व चिकित्सा के अभाव में न हो। ठंड से बचाव शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में से है। अतः उक्त सन्दर्भ में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए। 


दुकानों, होटलों और थानों के बाहर चस्पा की जाए रैनबसेरों की सूची

बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि प्रायः देखा जाता है कि बहुत सारे लोग रैन बसेरों की जानकारी के अभाव मे भी मजबूरी में सड़कों पर सोते हैं। जिसके लिए जिलाधिकारी ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों और नगर निगम को निर्देश दिया कि वह रैन बसेरों की सूची क्षेत्र की दुकानों, होटलों और थानों पर चस्पा करें। साथ ही निर्देश दिया कि नगर आयुक्त डूडा के माध्यम से भी रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित कराए। इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि रैन बसेरों में पर्याप्त सुविधाओं के अभाव में लोग वहां जाना पसंद नही करते हैं और सड़कों या फुटपाथों पर सो जाया करते हैं। इसमें मुख्य रूप से रिक्शे वाले, ठेला/फेरी वाले व अन्य मज़दूर लोग होते हैं। जिसके लिए निर्देश दिया कि शहर के समस्त रैन बसेरों में रहने की व्यवस्था के साथ साथ उक्त प्रकार के लोगो के लिए उनका रिक्शा, ठेला या वाहन आदि को खड़ा करने के लिए स्थान भी उपलब्ध कराया जाए। 

पुलिस चौकी और डायल 112 से लिंक किए जाएं सभी रैनबसेरे

 शीत ऋतु के मद्देनजर जिलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि निराश्रित लोगों को किसी भी दशा में सड़क पर या खुले में नही सोने दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर चौकी और डायल 112 को स्थाई एवं अस्थाई रैनबसेरों से लिंक किया जाए ताकि कोई अगर खुले में सोता मिले तो उसको तत्काल रैनबसेरे में पहुँचाया जा सके।

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