हैरान कर देने वाली बात ये है कि जोन 4 में तैनात सफाई निरीक्षक प्रवीण कुमार करीब 15 सालों से एक ही जोन में तैनात है। जानकारी के मुताबिक साल 2018 और उससे पूर्व में कर्मचारी का कई बार तबादला भी हुआ। लेकिन प्रवीण का तबादला निरस्त हो जाता है। वहीं इस मामले पर नगर निगम के सभी जिम्मेदार अधिकारी बोलने से बच रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सीएम योगी ट्रांसफर पोस्टिंग में हो रहे खेल को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। वहीं नगर निगम के अधिकारी ट्रांसफर पोस्टिंग के खेल में पूरी तरह लिप्त नजर आ रहे हैं। हाल ही में यूपी स्वास्थ्य विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग में ट्रांसफर को लेकर बड़ा खेल उजागर हुआ है। जिसको लेकर सीएम योगी नें जांच के आदेश भी दिए हैं। वहीं लखनऊ नगर निगम के जोन 4 में तैनात सफाई निरीक्षक के तबादले को रोकने के लिए विभाग के सभी अधिकारी लगे हुए हैं।
अधिकारियों से 'सेटिंग' कर रुकवा दिया तबादला
हैरान कर देने वाली बात ये है कि जोन 4 में तैनात सफाई निरीक्षक प्रवीण कुमार करीब 15 सालों से एक ही जोन में तैनात है। जानकारी के मुताबिक साल 2018 और उससे पूर्व में कर्मचारी का कई बार तबादला भी हुआ। लेकिन अधिकारियों से सेटिंग कर के प्रवीण तबादला निरस्त करा देता है। वहीं इस मामले पर नगर निगम के सभी जिम्मेदार अधिकारी बोलने से बच रहे हैं। नगर निगम में कई ऐसे मामले हैं जहां ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर बड़ा खेल चल रहा है।
जिम्मेदार सब कुछ जानकर बन रहे अंजान
मामले पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि प्रवीण कुमार का मामला संज्ञान में है कई बार शिकायत भी मिल चुकी है। लेकिन त्यौहार की वजह से कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं इस मामले पर दोबार जब नगर आयुक्त से बात करने की कोशिश की गई तो वह अन्य बहाना बनाकर सवाल से बचते नजर आ रहे हैं।
ये कहता है नियम
तीन वर्ष से अधिक समय तक एक ही नगर निकाय में रहने वाले अधिकारी व कर्मचारी के तबादले का प्रावधान कानून में अनिवार्य रूप से किया गया है। लेकिन इस कानून को बनाकर शासन पूरी तरह भूल गया और इन सालों में एक भी तबादला नहीं हुआ। इक्का-दुक्का किए भी गए तो अधिकारियों ने जुगाड़ लगाकर निरस्त करा लिए।
कन्नौज: टॉफी देकर बच्ची के साथ किया था रेप, कोर्ट ने आरोपी को सुनाई कड़ी सजा