मीरजापुर के तेलियागंज मोहल्ले के रहने वाले धीरेंद्र सिंह के पुत्र आशीष पर आरोप है कि उसने अपने ही मोहल्ले के जयप्रकाश केशरी के नाम पर प्रयागराज के एक्सिस बैंक में खाता खोलकर उसमें विभिन्न व्यापारियों के 52 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को वाइट कराने का काम किया है।
मीरजापुर: एक्सिस बैंक प्रयागराज शाखा चौक के पूर्व सहायक मैनेजर एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के वर्तमान मैनेजर आशीष सिंह को 52 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को वाइट कराने के आरोप में दबोच लिया गया है। कटरा कोतवाली पुलिस ने ये बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने बुधवार को रतनगंज मोहल्ले के पास से गिरफ्तार कर लिया।
मीरजापुर के तेलियागंज मोहल्ले के रहने वाले धीरेंद्र सिंह के पुत्र आशीष पर आरोप है कि उसने अपने ही मोहल्ले के जयप्रकाश केशरी के नाम पर प्रयागराज के एक्सिस बैंक में खाता खोलकर उसमें विभिन्न व्यापारियों के 52 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को वाइट कराने का काम किया है।
खाता खुलवाने का नाम पर बनाया शिकार
एएसपी ने बताया कि आशीष कुमार सिंह मीरजापुर के तेलियागंज का रहने वाला है। वह प्रयागराज चौक स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में पहले सहायक मैनेजर के पद पर तैनात था। उसने अपने ही मोहल्ले के जयप्रकाश केशरी से 2012 में कहा कि उसके बैंक अधिकारियों ने उसे खाता खुलवाने का टारगेट दिया है। वह अपना टारगेट नहीं पूरा कर पा रहा है। वह उसके बैंक में अपना खाता खोलवा ले तो उसका टारगेट पूरा हो जाएगा।
दोस्त की समस्या के बारे में जानकारी होने पर जयप्रकाश ने खाता खोलने के लिए अपने जरूरी कागजात आशीष को दे दिए। कुछ माह बाद जयप्रकाश ने जब आशीष से खाता खोलने के बारे में पूछा तो आशीष ने बताया कि उसका खाता नहीं खुल पाया है। उसको मिले टारगेट को उसने पूरा कर लिया। यह सुनकर जयप्रकाश शांत हो गया।
पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल
जानकारी के मुताबिक उसने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात व चेन्नई सहित अन्य प्रदेशों के करीब 2000 करोड़ रुपये 47 खातेदारों के खाते में डालकर उसे गोलमाल कराने में बैंक के अधिकारियों का सहयोग किया। इसके बदले उसे मोटे कमीशन भी मिले। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।
ये था पूरा मामला
दरअसल साल 2014 में पहली बार धोखे से खोलवाए गए जयप्रकाश के खाते में आशीष ने दस लाख रुपये जमा कराया। उसे मध्य प्रदेश के दालमंडी के नाम पर आरटीजीएस किया गया। इसके बाद रुपये जमा करने का सिलसिला निरंतर चलता रहा, लेकिन जयप्रकाश इससे बिल्कुल अंजान बना रहा।
17 मई 2021 को जब इनकम टैक्स ने जयप्रकाश को नोटिस भेजा और उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि उन्होंने अपने खाते से 52 करोड़ रुपये का टर्नओवर किया है, जिसका करीब ढाई करोड़ रुपये टैक्स बनता है। वह कब जमा करेंगे। इस पर उनके होश उड़ गए।
जयप्रकाश ने तनाव में आकर परिजनों को बताया
इनकम टैक्स के अधिकारियों ने दबाव बनाया कि यदि एक महीने के अंदर रुपये जमा नहीं किए तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में जयप्रकाश तनाव में आ गए। इस घटना के बारे में उन्होंने स्वजन से चर्चा की।
परिजन उन्हें प्रयागराज स्थित एक्सिस बैंक ले गए। खाते का विवरण निकलवाया तो पाया कि उसके खाते में 52 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं, जिसे महाराष्ट्र, चेन्नई, गुजरात, मध्य प्रदेश स्थित दाल मिल, सब्जी मंडी आदि फर्मों के नाम से आरटीजीएस किए गए हैं।
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