वाराणसी में शुक्रवार सुबह अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रदर्शन करने के लिए युवा भारी संख्या में वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचे। युवकों ने सवारी वाहनों के शीशे तोड़े और प्रदर्शन शुरू किया। साथ ही इंग्लिशिया लाइन, कैंट स्टेशन के सामने मुख्य मार्ग पर भी प्रदर्शन किया।
वाराणसी: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर यूपी में जोरदार विरोध प्रदर्शन जारी है। बलिया, लखनऊ, वाराणसी और मथुरा समेत अन्य कई जिलों में उपद्रव देखने को मिल रहा है। उधर बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर आज प्रशासन अलर्ट पर था। लेकिन इसके बावजूद पूरे प्रदेश में छात्र सड़कों पर उतर कर उपद्रव कर रहे हैं।
वाराणसी में शुक्रवार सुबह अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रदर्शन करने के लिए युवा भारी संख्या में वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचे। युवकों ने सवारी वाहनों के शीशे तोड़े और प्रदर्शन शुरू किया। साथ ही इंग्लिशिया लाइन, कैंट स्टेशन के सामने मुख्य मार्ग पर भी प्रदर्शन किया।
कैंट स्टेशन में प्रवेश न मिलने पर भड़के युवा
कैंट स्टेशन परिसर में प्रवेश से रोकने पर भड़के युवकों ने प्रदर्शन किया। रोडवेज के पास भी युवकों ने भीड़ जमा की। युवकों ने पत्थरबाजी की। बाहर से लगातार युवकों की भीड़ स्टेशन में आ रही है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। युवाओं ने दुकानों में लूटपाट की। वहीं इंग्लिशिया लाइन पर पथराव भी किया गया।
रेलवे स्टेशन पर युवाओं की भीड़
शुक्रवार सुबह पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों से कैंट रेलवे स्टेशन युवाओं की भीड़ पहुंची। सभी ने स्टेशन परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। नारेबाजी के साथ जमकर हंगामा किया। पुलिस ने कैंट स्टेशन घेर लिया है और सेना भर्ती कार्यालय की ओर जाने वाले रास्ते को सील कर दिया है। साथ ही प्रशासन ने अपील की है शांति बनाए रखें। प्रशासन ने युवाओं और उनके अभिभावकों से भी अनुरोध किया।
बलिया में फूंक दी गई ट्रेन
अग्निपथ योजना के खिलाफ शुक्रवार सुबह से ही प्रदर्शन शुरू हो गया। उपद्रवियों ने अग्निपथ के विरोध में बलिया में एक खड़ी ट्रेन में आग लगा दी। ट्रेन की कई बोगियां काटकर अलग करनी पड़ी। इसके अलावा बलिया में स्टेशन पर तोड़-फोड़ भी की गई। कुछ उपद्रवियों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे जाम कर दिया और रोडवेज बस में तोड़फोड़ की। चंदौली में ट्रेन रोकर और अमेठी में धरना प्रदर्शन करके विरोध किया गया। पुलिस राज्य में हाई अलर्ट पर है और उपद्रवियों को काबू करने में लगी है।