योगी सरकार ने जांच में दोषी पाए जाने के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि बीते रविवार को UP-TET की परीक्षा होनी थी लेकिन पहली पाली की परीक्षा होने से पहले ही पेपर लोगों के व्हाट्सएप पर आ गया। इसी के चलते सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी थी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता (टीईटी) परीक्षा-2021 (UP TET) का पेपर वायरल होने के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार देर शाम बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने जांच में दोषी पाए जाने के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय (Sanjay Upadhyay) को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि बीते रविवार को UP-TET की परीक्षा होनी थी लेकिन पहली पाली की परीक्षा होने से पहले ही पेपर लोगों के व्हाट्सएप पर आ गया। इसी के चलते सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी थी।
जिम्मेदार अधिकारियों पर गिर रही गाज
संजय उपाध्याय पर ही इस परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी थी। सरकार ने पेपर लीक होने के मामले को उनकी बड़ी चूक माना है। निलंबन की अवधि में संजय उपाध्याय को लखनऊ में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा निदेशक के कार्यालय से सम्बद्ध किया है।
26 दिसंबर को हो सकती TET की परीक्षा
पेपर लीक मामले में सरकार ही हुई किरकिरी के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिम्मेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सचिव परीक्षा नियामक संजय उपाध्याय को शुचितापूर्ण, नकलविहीन और शांतिपूर्ण ढंग से यूपी-टीईटी न किराने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। यूपी टीईटी मामले में शासन को अभी जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। महत्वपूर्ण परीक्षा की व्यवस्था संभाल न पाने और प्रथम दृष्टया गोपनीयता न बरतने पर कार्रवाई की गई है।अब सरकार का लक्ष्य 28 दिसंबर से पहले परीक्षा कराने का है। माना जा रहा है कि सरकार 26 दिसंबर को परीक्षा का आयोजन कराएगी।
प्रिंटिंग प्रेस का मालिक गिरफ्तार
STF की नोएडा इकाई ने दिल्ली स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस का मालिक गिरफ्तार किया है। SP राजकुमार मिश्रा ने बताया कि राय अनूप प्रसाद की दिल्ली के ओखला में प्रिंटिंग प्रेस है। वह मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं। दरअसल, थाना सूरजपुर में STF ने 5 प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। जांच में पता चला है कि कोलकाता, नोएडा, दिल्ली में स्थित कई प्रिंटिंग प्रेस में TET की परीक्षा के प्रश्न पत्र छपवाए गए थे। इससे पहले बागपत से भी एक आरोपी को STF ने गिरफ्तार किया है।
सीसीटीवी सर्विलांस की थी व्यवस्था
बता दें प्रदेश स्तर में 2554 परीक्षा केंद्रों पर 1291628 परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होने वाले थे। वहीं दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा में 1747 परीक्षा केंद्रों पर 873533 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे। नकल विहीन परीक्षा कराए जाने को लेकर शासन ने विशेष व्यवस्था की थी, लेकिन पेपर लीक होने की सूचना के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। वहीं इससे सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। हालांकि सरकार ने सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा की सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए लाइव सीसीटीवी सर्विलांस की व्यवस्था की गई थी।