पकड़े गए अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद सोमवार दोपहर लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया। एटीएस ने अलकायदा समर्थित अंजार गजवा तुल हिंद से जुड़े इन दो आंतकवादियों को राजधानी के काकोरी से गिरफ्तार किया था।
लखनऊ, (उत्तर प्रदेश). एटीएस कमांडो ने उत्तर प्रदेश से पकड़े गए अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद सोमवार दोपहर लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया। एटीएस ने अलकायदा समर्थित अंजार गजवा तुल हिंद से जुड़े इन दो आंतकवादियों को राजधानी के काकोरी से गिरफ्तार किया था।
14 दिन रिमांड पर भेजे गए दोनों आतंकी
दोनों आतंकियों को लखनऊ के कलेक्ट्रेट स्थित सीजेएम फर्स्ट कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने जांच और पूछताथ के लिए दोनों आतंकियों की 14 दिन की रिमांड मांगी। कोर्ट ने रिमांड स्वीकार करते हुए दोनों को 14 दिन रिमांड पर भेजे गए।
चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात, पूरी कोर्ट परिसर कराया खाली
बता दें कि आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरूद्दीन को 4 गाड़ियों के काफिले के साथ पुलिस फोर्स कोर्ट ले गई। दोनों के पहुंचने से पहले ही पुलिस वहां पहुंच चुकी थी और चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर दी गई। इसके अलावा आतंकियों पहुंचने से पहले कोर्ट का पूरा परिसर खाली करा दिया गया।
ई-रिक्शा में इस्तेमाल होने वाली बैटरी से बना रहे थे बम
जांच एजेंसियां अलकायदा के इन दोनों संदिग्ध आतंकियों से पूछाताछ कर रही हैं। पूछताछ में सामने आया है कि ये दोनों सिर्फ 3 हजार रुपए में प्रेशर कुकर बम तैयार कर रहे थे। जिस नसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को पकड़ा गया है, वह रिक्शे की बैटरी से बम बनाने में जुटा था। दोनों डीआईवाई मॉड्यूल पर काम कर रहे थे। इन्होंने अपने पैसों से खरीदकर बम बनाया था, इनकी कोशिश थी कि ई-रिक्शा में इस्तेमाल होने वाली बैटरी से बम बनाया जाए।
ऐसे आतंक फैलाने की साज़िश को किया नाकाम
एटीएस कंमाडोज ने देश में आतंक फैलाने की साज़िश को नाकाम कर दिया है। करीब 11 घंटे से चले सर्च ऑपरेशन में भारी मात्रा गोला-बारूद बरामद किया गया। इस तरह यूपी से अलकायदा से जुड़े आतंकवादियों की गिरफ्तारी देश में एक साल के भीतर तीसरे बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ है। इसी बीच पुलिस ने कानपुर से चार और संभल से 2 और लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। बता दें कि यह आतंकी 15 अगस्त से पहले यूपी में धमाके करने वाले थे। इनके निशाने पर कुछ बड़े नेता भी थे।