उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि हाथरस के बहाने जातीय दंगों की आग में जलाने की साजिश रची जा रही है। जिसके लिए एक फर्जी वेबसाइट रातों रात बनाई गई है। जिस पर दंगे कराने के लिए 20 दिशा-निर्देश भी लिखे गए हैं।
हाथरस (उत्तर प्रदेश). हाथरस मामला कम होने के की बजाए बढ़ता ही जा रहा है। देश के तमाम राजनीतिक दल इस केस को भुनाकर अपनी सियासत की रोटियां सेंक रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि हाथरस के बहाने जातीय दंगों की आग में जलाने की साजिश रची जा रही है। जिसके लिए एक फर्जी वेबसाइट रातों रात बनाई गई है। जिस पर दंगे कराने के लिए 20 दिशा-निर्देश भी लिखे गए हैं।
इस नाम से तैयार की है वेबसाइट
'justice for hathras' ('जस्टिस फॉर हाथरस) नाम से तैयार हुई वेबसाइट में फर्जी आईडी से हजारों लोगों को जोड़ा गया था। वेबसाइट पर दंगा कैसे भड़काना है इस बारे में सबकुछ बताया गया है और निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं इस साइट के तार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल से जुड़े हुए हैं। जांच एजेंसियों के हाथ कई चौंकाने वाले सुराग लगे हैं।
दंगे भड़काने वाली वेबसाइट' पर क्या निर्देश दिए गए?
1. वैस्लीन, सनस्क्रीन, तेल ना लगाएं, इससे केमिकल का असर होगा।
2. कॉन्टेक्ट लैंस ना पहनें, केमिकल से आंखों को नुकसान हो सकता है।
3. गहने, टाई जैसी चीजें ना पहने, आसानी से पकड़े जा सकते हैं।
4. खुले और बड़े बाल ना रखें।
5. ब्रैंडेड कपड़े ना पहनें क्योंकि इससे पकड़े जाने का खतरा।
6. काले-ढीले कपड़े पहनें, पुलिस मोटे पतले की तलाश करेगी।
7. स्वीमिंग चश्में पहने जिससे आंखों को टियर गैस से बचा सकें।
8. पानी में भीगी पट्टी बांधे, इससे केमिकल से बचाव होगा।
9. पूरे शरीर को ढंक कर रखे जिससे मिर्ची पाउडर से बच सकें।
10. पैरों में स्नीकर पहनें, इससे भागने में आसानी रहेगी।
11. साइकिल हैट पहनें, टियर गैस से बच सकते हैं।
12. ग्लव्स पहनें, इससे गर्म टियर गैस को वापस भेज सकते हैं।
13. किसी भी घटना से पहले प्लान करें।
14. दंगा करने की जगह की पहचान करें।
15. जरूरत पड़ने पर कहां छिपना है, पहले से तय करें।
16. पुलिस को देखते ही गैस मास्क पहनें।
17. पुलिस की कार्रवाई का वीडियो बना लें।
18. अकेले ना जाएं, किसी रिश्तेदार या परिचित को साथ ले जाएं।
19. क्रेडिट कार्ड, एटीएम ना ले जाएं।
20. सिर्फ कैश का ही इस्तेमाल करें।
इन लोगों ने तैयार की यह वेबसाइट
यूपी सरकार ने दावा किया है कि PFI, SDPI जैसे संगठन जो पहले भी नागरिकता कानून के खिलाफ (CAA) हिंसा में शामिल थे उन्हीं संगठनों ने प्रदेश में भी दंगा फैलाने के लिए यह वेबसाइट तैयार कराई है।
अमेरिका की तर्ज पर थी देश जलाने की कोशिश
शासन को भेजी गई खुफिया रिपोर्ट की मानें तो अमेरिका में ”ब्लैक लाइव्स मैटर” दंगों की तर्ज पर ही थी। बहुसंख्यक समाज में फूट डालने के लिए मुस्लिम देशों और इस्लामिक कट्टरपंथी संगठनों से ”जस्टिस फॉर हाथरस” वेबसाइट के लिए पैसा आया। इसके लिए विदेशी फंडिग हो रही थी।