लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur kheri Violence) का मुख्य आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का बेटा आशीष मिश्र आज क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है। बेटे की पेशी से पहले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र अपने आवास पहुंच गए हैं। उधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी में मौन व्रत और अनशन पर बैठे हुए हैं।
लखनऊ: उत्तर-प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur kheri Violence) मामले में सियासत लगातार जारी है। सियासी दलों के नेता एक-एक कर तिकुनिया जा रहे हैं और बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) का कहना है कि लखीमपुर खीरी हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोई कितना भी रसूखदार क्यों ना हो, अगर दोषी पाया गया तो कार्रवाई होगी। लेकिन किसी के दबाव में आकर सरकार कोई फैसला नहीं करने जा रही है। मामले में पल-पल की अपडेट्स..
आज पेश हो सकता है आशीष मिश्रा
लखीमपुर हिंसा का आरोपी बताए जा रहे केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा आज पुलिस के सामने पेश हो सकता है। शुक्रवार को अजय मिश्रा के आवास के बाहर एक और नोटिस चस्पा कर उनके बेटे आशीष मिश्रा को हिंसा के सिलसिले में 9 अक्टूबर यानी आज सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा है। SIT के सामने उन्हें पेश होना था। लेकिन वो पेश नहीं हुए। आशीष मिश्रा के नेपाल जाने की खबर आने लगी। हालांकि उनके पिता अजय मिश्रा टेनी का कहना है कि उनका बेटा लखीमपुर खीरी में ही है।
आवास पहुंचे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा
इधर, बेटे की पेशी से पहले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र अपने आवास पहुंच चुके हैं। शुक्रवार को उन्होंने बेटे आशीष मिश्रा को निर्दोष बताया था। उन्होंने कहा था, हमें कानून पर भरोसा है। मेरा बेटा निर्दोष है, उसे गुरुवार को नोटिस मिला लेकिन उसने कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। वह शनिवार को पुलिस के सामने पेश होगा और अपने निर्दोष होने के बारे में बयान और सबूत देगा। यह पूछे जाने पर कि विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है, उन्होंने कहा, विपक्ष तो कुछ भी मांगता है। आवास पहुंचे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा
इधर, बेटे की पेशी से पहले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र अपने आवास पहुंच चुके हैं। शुक्रवार को उन्होंने बेटे आशीष मिश्रा को निर्दोष बताया था। उन्होंने कहा था, हमें कानून पर भरोसा है। मेरा बेटा निर्दोष है, उसे गुरुवार को नोटिस मिला लेकिन उसने कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। वह शनिवार को पुलिस के सामने पेश होगा और अपने निर्दोष होने के बारे में बयान और सबूत देगा। यह पूछे जाने पर कि विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है, उन्होंने कहा, विपक्ष तो कुछ भी मांगता है।
महाराष्ट्र तक पहुंची लखीमपुर मामले की आंच
लखीमपुर खीरी मामले की आंच महाराष्ट्र तक तक पहुंच गई है। महाराष्ट्र में इन दिनों कई जगहों पर इनकम टैक्स विभाग छापेमारी कर रहा है। इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार में शामिल NCP के नेता शरद पवार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि उनके भतीजे अजित पवार के परिवार से जुड़ी विभिन्न कंपनियों पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी उनके और महाराष्ट्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में हुई हिंसा की कड़ी निंदा किए जाने पर केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया हो सकती है।
सिद्धू का मौन अनशन
उधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot singh sidhu) लखीमपुर खीरी में मौन व्रत और अनशन पर बैठे हुए हैं। शुक्रवार को सिद्धू मृतक किसान लवप्रीत के घर पर गए थे। उसके बाद पत्रकार रमन के यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, तब तक वे मौन धारण कर भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे।
तीसरी बार इंटरनेट बंद
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद से क्षेत्र में एक बार फिर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। ऐसा तीसरी बार किया गया है। पहली बार 3 अक्टूबर को हिंसा के बाद इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई थी। फिर 5 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी, सीतापुर और बहराइच 3 जिलों की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। 48 घंटे के बाद शुक्रवार को लखीमपुर खीरी में इंटरनेट सेवाएं बहाल हुई थी। अब एक बार फिर इस पर रोक लगा दी गई है।
3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा की आग
रविवार यानी 3 अक्टूबर को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इस दौरान कुछ गाड़ियां उधर से जा रही थीं। ये गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं। रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों के विरोध-प्रदर्शन वाली जगह झड़प हो गई। बाद में ऐसा आरोप लगाया गया कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई। किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई। हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई। कुल मिलाकर इस हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।