प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव बन सकते हैं नेता प्रतिपक्ष, चर्चाएं जोरों पर

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नई परंपरा प्रारंभ कर दी है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी विधायक दल का नेता घोषित किया जा सकता है। शिवपाल सिंह यादव विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में नजर आ सकते हैं। बता दें कि पहले यह पद राम गोविंद चौधरी के पास था, लेकिन बलिया के बांसडीह से चुनाव हारने के बाद वह इस दौड़ से बाहर हो गए हैं।

Asianet News Hindi | Published : Mar 12, 2022 11:18 AM IST / Updated: Mar 12 2022, 04:52 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के बाद सबसे बड़े दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा खेल कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर इटावा के जसवंतनगर से विधायक निर्वाचित प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर विचार कर रहे हैं। 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नई परंपरा प्रारंभ कर दी है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी विधायक दल का नेता घोषित किया जा सकता है। शिवपाल सिंह यादव विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में नजर आ सकते हैं। बता दें कि पहले यह पद राम गोविंद चौधरी के पास था, लेकिन बलिया के बांसडीह से चुनाव हारने के बाद वह इस दौड़ से बाहर हो गए हैं।

अखिलेश यादव अपने इस कदम से यह संकेत भी देना चाहते हैं कि वह मैनपुरी के करहल से चुनाव जीतने के बाद अब विधानसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे देंगे। वह आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी से सांसद हैं। जहां से सपा को बड़ी सफलता मिली है। पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव का फोकस 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी है। माना जा रहा है कि सीतापुर की जेल मे बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे। आजम खां रामपुर से सांसद हैं। 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल से इस्तीफा दे सकते हैं। ऐसे में यहां उपचुनाव कराए जाने की संभावना है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि आजमगढ़ में सर्वाधिक 10 सीटें मिलने से यहां से वह जुड़े रहेंगे। सपा को मैनपुरी जिले की चार में दो, संभल की चार में तीन, रामपुर में पांच में तीन, मुरादाबाद की छह में पांच सीटें मिली हैं। जबकि आजमगढ़ जिले की सभी 10 विधानसभा सीटें सपा के खाते में आई हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सपा अध्यक्ष आजमगढ़ से संसद सदस्य के रूप में जुड़े रहेंगे।

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