आरती तिवारी ने हाल ही में बलरामपुर जिले के वार्ड नंबर 17 चैधरीडीह से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ा था। जिसमें आरती ने अपने क्षेत्र के कई दिग्गजों को हराकर रिकार्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई थी।
बलरामपुर. उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने वाली है। सभी पार्टीयों ने अपने जिला पंचायत सदस्य को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा चर्चा 21 साल की आरती तिवारी की हो रही है। जिसे भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। जिस पद के लिए नेताओं की पूरी जिदंगी चली जाती है, उसके लिए बीजेपी ने युवा चेहरे को मौका दिया है।
कई दिग्गजों को हराकर रिकार्ड मतों जीता था चुनाव
दरअसल, आरती तिवारी ने हाल ही में बलरामपुर जिले के वार्ड नंबर 17 चैधरीडीह से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ा था। जिसमें आरती ने अपने क्षेत्र के कई दिग्गजों को हराकर रिकार्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई थी। बता दें कि आरती सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य हैं, जिन्हें बीजेपी ने अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है। जिसके चलते हर तरफ आरती की चर्चा हो रही है।
अपने चाचा से सीखे राजनीतिक गुण
बता दें कि आरती अभी जिले के महारानी लाल कुंवरि स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा हैं। वैसे तो आरती की राजनीति में कोई खास दिलचस्पी नहीं है, लेकिन परिवार की राजनीतिक विरासत को देखते-देखते वह बड़ी हुई हैं। इसलिए राजनीति के बारे में जानती हैं। आरती ने अपने चाचा श्याम मनोहर तिवारी की प्रेरणा से ही राजनीति की राह चुनी है। श्याम मनोहर तिवारी बलरापुर जिले में इस क्षेत्र के पुराने और ईमानदार कार्यकर्ता माने जाते हैं।
कई दिग्गजों चाह रहे थे इस पद के लिए टिकट
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनने के लिए बीजेपी में भी कई दिग्गजों को बीच घमासान मचा हुआ था। इस टिकट के लिए पार्टी के ही चार सीनियर सदस्यों ने आवेदन दिया था। जिसमें रेनू सिंह, निर्मला यादव, तारा दयाल यादव व आरती सिंह शामिल थीं। लेकिन बीजेपी ने सभी को पीछे छोड़ते हुए 23 जून की देर शाम युवा चेहरे आरती को अपना प्रत्याशी बनाया।