Purvanchal Expressway बनेगा दुनिया में UP की पहचान, खूबियां जान हो जाएंगे हैरान, 5 बातें बनाती हैं सबसे अलग

पूर्वांचल को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ने बनाया गया यह एक्सप्रेस-वे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) का मेगा प्रोजेक्ट है। 22,494 करोड़ की लागत से तैयार हुआ यह एक्‍सप्रेस वे पूर्वांचल के विकास में नई इबारत लिखेगा।

Asianet News Hindi | Published : Nov 16, 2021 11:40 AM IST / Updated: Nov 16 2021, 05:15 PM IST

गाजीपुर (उत्तर प्रदेश). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)  मंगलवार को उत्तरप्रदेश में बने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (Purvanchal Express Way) का इनॉगरेशन किया। 341 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेस-वे लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर में खत्म होगा। यह पूर्वांचल को विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगा। जिससे यहां क लोगों के लिए तरक्की की राह भी खुलेगी। एक्सप्रेस-वे बन जाने से यूपी के तमाम लोगों की मुश्किलें कम हो जाएंगी। यही वजह है कि योगी सरकार के इस ड्रीम प्रोजक्ट का प्रदेशवासी सालों से इंतजार कर रहे थे। 

18 फ्लाईओवर सहित बहुत कुछ मौजूद
22,494 करोड़ की लागत से तैयार हुआ यह एक्‍सप्रेस वे पूर्वांचल के विकास में नई इबारत लिखेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 6 लेन का है, बाद में इसे 8 लेन भी किया जा सकता है। इस एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर, 7 आरओबी, 7 बड़े पुल, 118 छोटे पुल, 13 इंटरचेंज, 271 अंडरपास और 503 पुलियां, 6 टोल प्लाजा, 5 रैंप प्लाजा हैं। 

लखनऊ से शुरू होकर बिहार सीमा पर होगा खत्म
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 6 लेन का है, बाद में इसे 8 लेन भी किया जा सकता है। गाजीपुर के हैदरिया गांव से शुरू होने वाला यह एक्‍सप्रेस लखनऊ में चांद सराय गांव पर जाकर खत्‍म होगा। यह एक्‍सप्रेस वे गाजीपुर के बाद मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, अयोध्‍या, सुल्‍तानपुर, अमेठी, बाराबंकी से होकर गुजरेगा। गाजीपुर से अब सिर्फ 10 घंटे में देश की राजधानी दिल्ली (delhi) पहुंचा जा सकेगा। अब तक यह सफर 20 घंटे से ज्यादा का होता था।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्‍लेन उतारे जा सकते हैं
पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे को इस तरह से तैयार किया गया है कि इमरजेंसी में उस पर फाइटर प्‍लेन उतारे जा सकें। इस एक्‍सप्रेस-वे पर 3.20 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी लड़ाकू विमानों के टेक ऑफ और लैंडिंग के लिए बनाई गई है। उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

ये 5 बड़ी बातें बनाती हैं एक्सप्रेस वे को सबसे अलग
1- एक्‍सप्रेस-वे के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक विकास के नजरिए से विकसित किया जाएगा और इसके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाया जाएगा। इन गलियारों में फूड प्रोसेसिंग, MSME यूनिट्स, वेयरहाउस और लॉजिस्टिक पार्क बनाने की योजना पर काम हो रहा है। बेहतर कनेक्टिविटी से उद्योगों से सामान प्रदेश से एक्‍सपोर्ट हो सकेगा। 

2. छह लेन का पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को निर्माणाधीन गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे और बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा। दो लिंक एक्सप्रेस-वे से जोड़कर पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार तेज की जाएगी। इससे गोरखपुर, संतकबीर नगर, बलिया समेत करीब आधा दर्जन अतिरिक्त जिले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएंगे।

3. इस एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिले यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए नई दिल्ली से जुड़ जाएंगे और यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ के गांव चांद सराय से शुरू होकर गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव में खत्म होगा।

4. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की परियोजना लागत लगभग 22,494.66 करोड़ रुपये है, जिसमें जमीन की लागत भी शामिल है।

5. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उपयोग भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए एक इमरजेंसी रनवे के रूप में भी किया जाएगा। यह भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को आपात स्थितियों के लिए हवाई पट्टी के रूप में उपयोग करने की अनुमति देगा।

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