भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में सिंह ने कहा कि उन्होंने अभी भाजपा की सदस्यता नहीं ली है लेकिन टिकट के लिए आवेदन जरूर किया है। अगर उन्हें पार्टी टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ेंगे, अन्यथा जिसे भी भाजपा का टिकट मिलेगा उसे चुनाव में मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य को किसी भी कीमत पर हराना है। हमारे समर्थकों का भी यही सुझाव है।
शाहजहांपुर: जलालाबाद सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक शरद वीर सिंह (Sharad Veer Singh) ने इस बार अपना टिकट कटने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल अपने त्यागपत्र में सिंह ने आरोप लगाया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई वाली सपा पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नीतियों से भटक गई है। सपा विधायक शरद वीर सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को फोन पर बताया कि उनका टिकट काटकर नीरज मौर्य को दे दिया गया है, इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है।
भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में सिंह ने कहा कि उन्होंने अभी भाजपा की सदस्यता नहीं ली है लेकिन टिकट के लिए आवेदन जरूर किया है। अगर उन्हें पार्टी टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ेंगे, अन्यथा जिसे भी भाजपा का टिकट मिलेगा उसे चुनाव में मदद करेंगे। उन्होंने बताया, "हमारा लक्ष्य सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य को किसी भी कीमत पर हराना है। हमारे समर्थकों का भी यही सुझाव है।" सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लिखे त्यागपत्र में कहा है, "मैंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नीतियों से प्रभावित होकर 1995 में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और 1996 से लगातार जलालाबाद क्षेत्र में सेवा कर रहा हूं, परंतु अब आपके (अखिलेश यादव) नेतृत्व में सपा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की नीतियों से भटक गई है।" उन्होंने कहा है, "आपके द्वारा मेरा टिकट काटकर एक ऐसे प्रत्याशी (नीरज मौर्य) को टिकट दिया गया है जिसने बसपा कार्यकाल में धन कमाने के लिए व्यापारियों व समाज के सभी वर्गों पर अत्याचार किया था। इसलिए मैं आप के निर्णय से आहत होकर सपा की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।" गौरतलब है कि सपा ने शाहजहांपुर की जलालाबाद विधानसभा सीट से इस बार विधायक शरद वीर सिंह का टिकट काटकर नीरज मौर्य को दिया है। मौर्य को हाल ही में भाजपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का करीबी माना जाता है।