उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सातवें तथा अंतिम चरण के मतदान में सोमवार को मऊ में फर्जी मतदान का मामला सामने आने पर पुलिस एक्टिव हो गई। मऊ के कोतवाली क्षेत्र के अब्दुल लतीफ नोमानी कालेज में बने मतदान केन्द्र में फर्जी मतदान की तैयारी में लगे चार युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
मऊ: उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए सातवें चरण का मतदान प्रारंभ हो गया है। नौ जिलों के 54 विधान सभा क्षेत्रों में मतदाता पोलिंग बूथ पर पहुंचे हैं, इससे पहले पोलिंग पार्टियों ने माक पोल से ईवीएम को परखा। नौ में सात जिलों की सभी सीट पर मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा, लेकिन नक्सल प्रभावित सोनभद्र के राबर्ट्सगंज व दुद्धी और चंदौली के चकिया विधानसभा में सुबह सात से शाम चार बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया होगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सातवें तथा अंतिम चरण के मतदान में सोमवार को मऊ में फर्जी मतदान का मामला सामने आने पर पुलिस एक्टिव हो गई। मऊ के कोतवाली क्षेत्र के अब्दुल लतीफ नोमानी कालेज में बने मतदान केन्द्र में फर्जी मतदान की तैयारी में लगे चार युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
ईवीएम मशीन में डाला गया फेवीक्विक
इसी बीच चंदौली के मुगलसराय विधानसभा में पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुल्हीपुर के मतदान केन्द्र में किसी महिला ने भाग संख्या 137 के ईवीएम मशीन के साइकिल निशान के सामने वाले बटन में फेवीक्विक डालकर अवरोध उत्पन्न कर दिया है। इसकी जानकारी पर एसडीएम मौके पर पहुंचे और अग्रिम कार्यवाही में जुटे। यहां पर मतदान की प्रक्रिया करीब 45 मिनट तक प्रभावित रही। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करते हुए चुनाव आयोग से इस प्रकरण की शिकायत की। ट्वीट में लिखा गया कि चंदौली के मुगलसराय विधानसभा-380 के बूथ संख्या 137 प्राथमिक विद्यालय करवत, दुल्हीपुर में साइकिल के निशान वाले बटन पर किसी ने फेवीक्विक लगा दिया है मतदान कार्य पूरी तरह बाधित है। सपा ने ट्वीट में चुनाव आयोग के अलावा डीएम चंदौली और चंदौली पुलिस को भी टैग किया
नौ जिलों में कुल 12,210 मतदान केन्द्र के 23,614 मतदेय स्थलों पर वोट डाले जा रहे हैं। सातवें चरण में कुल 548 आदर्श मतदान केंद्र और 81 पिंक बूथ बनाए गए हैं जिनमें ड्यूटी पर तैनात सभी कार्मिक महिला हैं। अंतिम चरण में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती है। सभी जगह इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्धसैनिक बलों को सौंपी गई है। पड़ोसी राज्यों के साथ उप सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है।