उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच प्रशासन भी यात्रियों की संख्या के मद्देनजर तैयारियों में जुटा है।
देहरादून: उत्तराखंड में 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 15 लाख 20 हजार श्रद्धालु देवभूमि पहुंच चुके हैं। सबसे ज्यादा बद्रीनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा तकरीबन 5 लाख 25 हजार के पार पहुंच गया है। इसके साथ ही केदारनाथ में 5 लाख 12 हजार श्रद्धालु पहुंचे हैं। जबकि गंगोत्री धाम में 2 लाख 80 हजार और यमुनोत्री में 2 लाख 10 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
अलग-अलग जगहों पर यात्रियों को पड़ रहा रोकना
गौरतलब है कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत से ही लगातार भीड़ पहुंच रही है। कोराना के प्रकोप के बाद बड़ी संख्या में यात्रा पर श्रद्धालु निकले हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते यहां कई बार प्रशासन को अलग-अलग स्थानों पर यात्रियों को रोकना पड़ रहा है। वहीं इसके साथ ही सिक्खों के प्रमुख तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब में भी 30 हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। इस बार की यात्रा में जब श्रद्धालुओं की मौत के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी हुई तो प्रशासन भी इसके बाद हिल गया। चारधाम यात्रा में अभी तक मृतकों की संख्या 136 पहुंच गई है। इसमें 37 महिलाओं के साथ 99 पुरुषों की मौत हुई है। इन यात्रियों में से 11 की गंगोत्री धाम, 34 की यमुनोत्री धाम, बद्रीनाथ में 28 और केदारनाथ में 63 यात्रियों की मौत हुई है।
डॉक्टर बता रहे हैं यह कारण
तीर्थ यात्रा के दौरान हो रही मौतों को लेकर डॉक्टर बता रहे हैं कि यह ज्यादातर उन लोगों के साथ ही हुआ जिन्हें हार्ट और लंग्स की शिकायत थी। डॉक्टरों ने यात्रियों से अपील की है कि वह यात्रा को आराम से निपटाएं जल्दबाजी नुकसान दे सकती है। इसके पीछे वह तामपान का बदलता प्रभाव भी बता रहे हैं।
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