उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर इलाके में देवर-भाभी का शव जंगल में पेड़ से लटकाता मिलने पर इलाके में हड़कंप मच गया। ऐसा बताया जा रहा है कि तीन दिनों से दोनों लापता थे। ग्रामीणों की सूचना पर बृहस्पतिवार तड़के राजस्व पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
देहरादून: उत्तराखंड में बीते दिनों कई ऐसे मामले सामने आए है, जहां संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया हो। एक बार फिर ऐसी ही वारदात सामने आई है, जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। राज्य में देवर-भाभी का शव संदिग्थ परिस्थितियों में जंगल में मिला है। दोनों का शव जंगल में पेड़ से लटकता हुआ मिला। इस हादसे से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना के बाद पुहंची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मृतकों के परिजनों को नहीं मिली कोई सूचना
जानकारी के अनुसार राज्य के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र के प्राणमति गांव से लापता देवर-भाभी के शव तीन दिन बाद बृहस्पतिवार को जंगल में पेड़ पर लटके मिले। छब्बीस वर्षीय ममता और 27 वर्षीय कुंवर चार जुलाई से लापता थे और काफी खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय राजस्व पुलिस को दी थी। लेकिन दोनों के शव गांव के समीप जंगल में पेड़ पर लटके दिखे। इसकी सूचना पर ग्रामीणों ने गुरुवार तड़के राजस्व पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जंगल में लकड़ियां एकत्रित करने गई थी महिलाएं
प्रदेश के नंदानगर तहसील के नायब तहसीलदार राकेश देवली ने बताया कि बुधवार को जंगल में लकड़ियां एकत्रित करने गई महिलाओं ने फंदे पर लटके शवों को देखा और उसकी सूचना अधिकारियों को दी। घटना के कारणों का पता नहीं चला है और राजस्व पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दोनों मृतकों के शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच में जुट गई है। यह राज्य का कोई पहला मामला नहीं है, जहां ऐसी वारदात सामने आई हो। इससे पहले भी संदिग्ध परिस्थितियों में शवों को पुलिस ने बरामद किया है।