ज्ञानवापी सर्वे को लेकर एक पक्ष यह दावा कर रहा है कि जो भी उनके द्वारा कहा गया था वह सब सर्वे में दिखा दिया गया है। इसको लेकर तैयार की गई रिपोर्ट मंगलवार को कोर्ट के सामने रखी जाएगी।
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे का कार्य 16 मई सोमवार को पूरा हो गया। जिसके बाद इसकी रिपोर्ट 17 मई 2022 को कोर्ट के सामने रखी जाएगी। हालांकि सर्वे पूरा होने के साथ ही हिंदू पक्ष की ओऱ से दावा किया जा रहा है कि जो उनके द्वारा कहा गया था वह सब सर्वे के दौरान दिखाई पड़ा। जिसके बाद इन तमाम तथ्यों की वीडियोग्राफी हुई रिपोर्ट को कोर्ट के सामने रखा जाएगा।
मामले को लेकर कोर्ट में दायर हुई याचिका
हिंदू पक्ष की ओर से किए जा रहे दावे के बाद लोगों के मन में यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर वह कौन से दावे थे जिसको लेकर हिंदू पक्ष के वकील कह रहे हैं कि उन्होंने सब कुछ सच दिखा दिया। सर्वे के दौरान एक शिवलिंग भी वहां से पाया गया है। जिसके बाद इस मामले को लेकर भी कोर्ट में एक याचिका दायर हुई। दायर याचिका में जिस स्थान पर शिवलिंग मिला है उसे संरक्षित करने के लिए कहा गया। कोर्ट ने याचिका को स्वीकार करते हुए तुरंत ही उस स्थान को सील करने का आदेश दे दिया है। इसको लेकर अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है।
हिंदू पक्ष की ओर से किए गए थे ये दावे
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