यूपी के वाराणसी के सिविल कोर्ट के वकीलों ने सरेराह एक युवक की जमकर पिटाई कर दी। जब स्थानीय पुलिस पीड़ित युवक चौकी में लेकर गई तो काफी संख्या में वकील चौकी के अंदर घुस गए। इसके बाद पुलिस ने युवक को पांडेयपुर थाने भेज दिया।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की सिविल कोर्ट के वकीलों की एक अमानवीय हरकत सामने आई है। बता दें कि सिविल कोर्ट के वकीलों ने एक युवक को पहले सरेआम बीच सड़क पर पिटाई कर दी और फिर पुलिस चौकी में भी घुसकर युवक को बुरी तरह से पीटा। इस दौरान पीड़ित युवक हाथ जोड़कर वकीलों से उसे छोड़ देने की मिन्नत करता रहा। लेकिन वकील अपनी मनमानी और दबंगई से बाज नहीं आए। मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने किसी तरह से बीच-बचाव कर युवक को कचहरी पुलिस चौकी से हटवाया। तब जाकर यह मामला शांत हुआ।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं वकीलों की इस करतूत पर लोगों द्वारा जमकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले हुकुलगंज में 2 लोगों की बाइक की टक्कर हुई थी। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद के मारपीट हुई थी। उनमें से एक युवक वकील का भतीजा था और दूसरा युवक राहुल सेठ था। इसके बाद बीते बुधवार की शाम को राहुल सेठ वकील और उनके साथियों को कचहरी चौराहे पर दिख गया। जिसके बाद वकील और उनके साथियों ने राहुल सेठ को घेरकर पीटना शुरूकर दिया। इसी दौरान किसी ने मामले का वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
मामले पर बोलने से बचती नजर आई पुलिस
वहीं अचानक से कचहरी चौराहे पर हुई मारपीट के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इसके बाद स्थानीय पुलिस किसी तरह से वकीलों के चुंगल से छुड़ाकर पीड़ित युवक को चौकी के अंदर ले गई तो भारी संख्या में वकील चौकी के अंदर पहुंच गए। वकीलों ने चौकी के अंदर भी युवक की पिटाई की। कैंट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रभुकांत ने बीच-बचाव कर वकीलों के चुंगल से छुड़ाकर राहुल सेठ को लालपुर पांडेयपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया। मामले पर शिकायत नहीं मिलने पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया। बता दें कि वकीलों का मामला होने के कारण कैंट और लालपुर पांडेयपुर थाना प्रभारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।