वाराणसी के बड़ी पटिया निवासी मार्बल-टाइल्स मिस्त्री ने फांसी लगाकर जान दे दी। लेकिन आत्महत्या का कारण साफ नहीं है। वहीं मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। लिखा है कि मैं अपनी इच्छा से मर रहा हूं। इसमें किसी का दोष नहीं है।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के जिले वाराणसी से एक ऐसा मामला सामने आया है कि जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो जाएगा क्योंकि अक्सर आत्महत्या करने वाले लोग कोई सुसाइड नोट छोड़कर नहीं जाते। बहुत कम लोग ही होते है जो सुसाइड करने से पहले सुसाइड पत्र लिखकर जाते है। इसी कड़ी में वाराणसी के एक युवक ने अपनी इच्छा मृत्यु का जिक्र करते हुए एक पत्र छोड़ा। जिसे देखकर परिजनों में कोहराम मच गया।
फांसी के फंदे में झूला युवक
उस पत्र में लिखा है कि मैं अपनी इच्छा से मर रहा हूं, इसमें किसी का दोष नहीं है। यह बात युवक ने अपने सुसाइड नोट में लिखी थी। यह बातें लिखकर वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के बड़ी पटिया निवासी फांसी के फंदे में झूल गया। परिजनों के मुताबिक आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस जांच में लगी हुई है कि युवक ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
मृतक का कोई नहीं था बच्चा
शहर बड़ी पटिया निवासी दीपक केशरी (26) मार्बल-टाइल्स लगाकर जीविकोपार्जन करता था। मृतक युवक के पिता गोविंद लाल केशरी के घर में ही जनरल स्टोर की दुकान चलाते हैं जो काफी दिनों से बंद है। रविवार की सुबह दीपक अपने कमरे में पंखे की हुक के सहारे रस्सी से लटका मिला। जिसे देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक युवक की पत्नी गुड़िया का भी रो-रोकर बुरा हाल है। दीपक दो भाइयों में बड़ा था। शादी तो हो गई थी लेकिन कोई संतान नहीं थी। भेलूपुर थाना प्रभारी रमाकान्त दुबे ने बताया कि घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि मैं अपनी इच्छा से मर रहा हूं। इसमें किसी का दोष नहीं है।
चालक पर मुकदमा हुआ दर्ज
बता दें कि सिगरा इलाके में ऑटो की टक्कर से घायल बाइक सवार शशि सिंह ने रविवार की सुबह बीएचयू ट्रामा सेंटर में दम तोड़ दिया। शशि के छोटे भाई अवनीश सिंह ने ऑटो नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपी चालक को गिरफ्तार किया जाएगा। आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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