Inside Story:बिल्हौर विधानसभा सीट में बोलती थी विकास दुबे की तूती, एनकांउटर के बाद बिकरू में लोकतंत्र हुआ बहाल

विकास दुबे का पुलिस विभाग से लेकर राजनीतिक गलियारों में भी दबदबा था। लोकसभा, विधानसभा या फिर पंचायत चुनाव हो विकास का दखनदाजी जरूर होती थी। सफेद पोश नेताओं का विकास की कोठी पर मजमा लगता था। चुनाव जीतने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता उसकी चौखट पर दस्तक देने के लिए जरूर जाते थे। विकास दुबे की बिल्हौर विधानसभा तूती बोलती थी। लेकिन उसके एनकाउंटर के बाद बिकरू समेत दर्जनों गांव में लोकतंत्र बहाल हो गया।

Asianet News Hindi | Published : Jan 21, 2022 4:00 PM IST

सुमित शर्मा
कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022)  में एक फिर से कुख्यात अपराधी विकास दुबे (Vikas dubey) का नाम सुर्खियों पर है। विकास दुबे का पुलिस विभाग से लेकर राजनीतिक गलियारों में भी दबदबा था। लोकसभा, विधानसभा या फिर पंचायत चुनाव हो विकास का दखनदाजी जरूर होती थी। सफेद पोश नेताओं का विकास की कोठी पर मजमा लगता था। चुनाव जीतने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता उसकी चौखट पर दस्तक देने के लिए जरूर जाते थे। विकास दुबे की बिल्हौर विधानसभा तूती बोलती थी। लेकिन उसके एनकाउंटर के बाद बिकरू समेत दर्जनों गांव में लोकतंत्र बहाल हो गया।

दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने बीते 2 जुलाई 2020 की रात अपने गुर्गों के साथ मिलकर आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया था। विकास दुबे की मौत के बाद बिकरू समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों ने जश्न भी मनाया था।

बिल्हौर विधानसभा (209) सीट
कानपुर की बिल्हौर विधानसभा सीट पहले लोकसभा सीट हुआ करती थी। 2009 लोकसभा चुनाव में हुए परिसीमन के बाद बिल्हौर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी। परिसीमन के बाद बिल्हौर लोकसभा सीट का बड़ा हिस्सा टूट कर अकबरपुर लोकसभा सीट में चला गया था। बिल्हौर विधानसभा सीट आरक्षित हो गई, इसे ग्रामीण परिवेश की सीट कहा जाता है।

बिल्हौर विधानसभा सीट पर सबसे अधिक एससी और ओबीसी वोटरों की संख्या है। इसके बाद मुस्लिम और जनरल वोटर आते हैं। विधानसभा चुनाव 2012 में समाजवादी से पार्टी से अरूणा कोरी ने जीत दर्ज की थी। वहीं 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के भगवती प्रसाद सागर ने शानदार जीत दर्ज की थी। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वर्तमान विधायक भगवती सागर बीजेपी छोड़कर समाजवादी का दामन थाम लिया है। एसपी भगवती सागर को बिल्हौर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती है।

बीजेपी ने राहुल बच्चा सोनकर बनाया प्रत्याशी
बिल्हौर से बीजेपी विधायक भगवती सागर ने पार्टी छोड़ दी है। बीजेपी ने राहुल सोनकर बच्चा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने ऊषा रानी कोरी को प्रत्याशी बनाया है। ऊषा रानी कांग्रेस ग्रामीण की जिलाध्यक्ष रह चुकी हैं। स्नातक पास ऊषा रानी कोरी के पति लखन दलहन संस्थाना में तकनीकि अधिकारी हैं। बीएसपी ने मधू गौतम को प्रत्याशी बनाया है। मधु गौतम के पति कासगंज जिले में एसडीएम हैं।

बिल्हौर सीट का जातीय समीकरण
बिल्हौर विधानसभा में जाटव वोटरों की संख्या लगभग 63 हजार है। कुर्मी वोटर 45 हजार, ब्राह्मण वोटर 40 हजार, पाल वोटर 37 हजार, यादव 35 हजार, मुस्लिम 30 हजार, कोरी वोटर 29 हजार, लोधी वोटर 25 हजार और दिवाकर 22 वोटर हैं।

विकास दुबे ब्राह्मण वोटरों की करता था राजनीति
विकास दुबे बिकरू गांव समेत दर्जनों गांव के ग्रामीण उसके कहने पर वोट करते थे। इसके साथ ही पंडित विकास दुबे ब्राह्मण वोटरों की भी राजनीति करता था। विकास दुबे खुद को ब्राह्मणों का नेता बताता था। ब्राह्मण वोट हासिल करने के लिए भी सफेदपोश नेता विकास दुबे की कोठी के चक्कर लगाते थे। 
 

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