जगन्नाथपुर के रहने वाले मिलाप सिंह की शादी करीब 60 वर्ष पूर्व राजश्री से हुई थी। वृद्ध दंपति के बीच असीम प्रेम था। वहीं, बच्चों की परवरिश से लेकर शादी तक सभी काम काम किए। गांव वाले कहते हैं कि 80 -85 उम्र के बाद भी दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे।
मैनपुरी (uttar-pradesh) । पति-पत्नी का प्यार क्या होता है यह आसानी से इसी खबर से समझा जा सकता है। पति की मौत के बाद वियोग में पत्नी ने भी दम तोड़ दिया। दोनों की अर्थी साथ-साथ उठी और एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। यह दृश्य और घटना की जानकारी होने पर सोग चर्चा होने को मजबूर हो गए। यह घटना करहल इलाके के गांव नगला भानी जगन्नाथपुर की है।
60 वर्ष पहले हुई थी शादी
जगन्नाथपुर के रहने वाले मिलाप सिंह की शादी करीब 60 वर्ष पूर्व राजश्री से हुई थी। वृद्ध दंपति के बीच असीम प्रेम था। वहीं, बच्चों की परवरिश से लेकर शादी तक सभी काम काम किए। गांव वाले कहते हैं कि 80 -85 उम्र के बाद भी दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। भगवान की कृपा कहे या संयोग के पति की मौत का दुख नहीं झेल पाई और पत्नी ने भी प्राण त्याग दिए। लोगों ने कहा कि दंपत्ति ने मरते दम तक साथ- साथ रहने का वादा निभाया।
एक साथ उठी पति-पत्नी की अर्थी
मैनपुरी करहल इलाके के नगला भानी जगन्नाथपुर में मिलाप सिंह की अचानक लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई। खबर जब पत्नी राजश्री को हुई तो वह रोने लगी। परिजनों ने समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन, राजश्री ने आखिरकार अपने प्राण त्याग दिए। सुबह जब घर से अर्थी निकली तो पति-पत्नी दोनों की एक साथ निकली। यह दृश्य देख लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचने के बाद दोनों को एक ही चिता पर लिटाया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया।