स्वार विधानसभा सीट से नए विधायक बने अब्दुल्ला आजम ने कहा कि जनता ने अपना फैसला कर दिया है, अब न्यायालय के फैसले का इंतजार है। उम्मीद है कि न्यायालय भी जल्द अपना फैसला सुनाएगा और आजम खां फिर से हम सबके बीच में होंगे।
रामपुर: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना पूरी होते ही प्रत्याशियों के जीत-हार के फैसले भी हो गए हैं। ऐसे में सभी जीते हुए विधायक जीत की खुशियां मना रहें हैं और वहीं रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से चुने नए विधायक अब्दुल्ला आजम अभी भी किसी फैसले का इन्तजार कर रहे हैं। वह फैसला आजम खां पर चल रहे मुकदमे का है। आपको बता दें कि यह मुकदमा आजम खां पर डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों ने आवास बनाने के लिए उनके मकानों को तोड़ने और विरोध करने पर पीटाने के आरोप में दर्ज कराया था।
स्वार विधानसभा सीट से नए विधायक बने अब्दुल्ला आजम ने कहा कि जनता ने अपना फैसला कर दिया है, अब न्यायालय के फैसले का इंतजार है। उम्मीद है कि न्यायालय भी जल्द अपना फैसला सुनाएगा और आजम खां फिर से हम सबके बीच में होंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि जिले में सपा की तीन सीटें जीती हैं। बाकी सीटों पर भी कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। जनता ने फिर एक बार हम पर भरोसा जताया है।
साथ ही कहा सभी विधानसभा क्षेत्र की जनता के शुक्रगुजार हैं और यह जीत मेरे साथ-साथ पूरे स्वार-टांडा की जनता की जीत है। नौजवान और बुजुर्ग साथ ही मां और बहन की जीत है। उनका वोट, उनका साथ और उनकी दुआएं मुझे दोबारा मिली हैं। इसलिए मेरी यह जीत उन सभी की जीत है। अब्दुल्ला आजम ने सांसद आजम खां की जीत पर कहा कि शहर विधानसभा से वह दशवीं बार जीते हैं और इस बार की जीत आप लोगों ने ऐतिहासिक कर दी हैं। वह जेल में रहकर चुनाव लड़े फिर भी पिछले चुनावों से ज्यादा वोटों से जिताया हैं।
डूंगरपुर बस्ती के लोगों ने दर्ज कराया था केस
सांसद आजम खां के खिलाफ डूंगरपुर प्रकरण के मामलों में गुरुवार को सुनवाई हुई। दूसरे- पक्ष ने सांसद की ओर से आए रिहाई प्रार्थना पत्र पर आपत्ति के लिए समय मांगा था और अदालत ने उसे स्वीकार करते हुए 24 मार्च की तारीख दी है। आजम खां के खिलाफ साल 2019 में कोतवाली के गंज में डूंगरपुर मामले के कई मुकदमे दर्ज हुए थे। इन मुकदमों को डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों ने दर्ज कराया था। बस्ती के लोगों का आरोप था कि सपा सरकार में यहां आसरा आवास बनाने के लिए उनके मकानों को तोड़ दिया गया था और विरोध करने पर पीटा गया और लूटपाट भी की गई थी और यह सब आजम खां के इशारे पर किया जा रहा था। इन सभी मामलों में आजम खां की जमानत अर्जी मंजूर हो चुकी है। इन मामले की सुनवाई न्यायालय में चल रही है।