प्रसव के बाद महिला की मौत, ससुराल और मायके पक्ष की छीनाझपटी में नवजात ने भी तोड़ा दम

Published : Oct 08, 2022, 08:21 AM ISTUpdated : Oct 08, 2022, 09:57 AM IST
प्रसव के बाद महिला की मौत, ससुराल और मायके पक्ष की छीनाझपटी में नवजात ने भी तोड़ा दम

सार

बरेली में एक नवजात की जान छीनाझपटी के चलते चली गई। नवजात के जन्म के साथ ही उसकी मां ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद ससुराल और मायके पक्ष में विवाद हुआ। विवाद के दौरान ही मासूम की भी सांसे अटक गईं। 

बरेली: देवरनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रसव के बाद महिला की मौत का मामला सामने आया। महिला की मौत के बाद मायके और ससुरालवालों में 4 दिन के मासूम को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। दोनों पक्षों में हाथापाई तक की नौबत भी आ गई। इस बीच गोद में लेकर मासूम को अपने घर ले जाने की छीना-झपटी में नवजात बेटे की मौत हो गई। 

एक साल पहले हुई थी शादी, बेटे के जन्म पर महिला ने तोड़ा दम
मामले की जानकारी लगने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस घटना के बाद दोनों ही पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ थाने में जाकर नवजात की हत्या को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई। फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है। आपको बता दें कि पीलीभीत के गांव आमखेड़ा के रहने वाले बाबू ने एक साल पहले अपनी बेटी की शादी देवरनिया थाना अंतर्गत गांव मगरी के रहने वाले यूनुस से की थी। चार दिन पहले प्रसव पीड़ा के बाद मुन्नी ने घर पर ही बेटे को जन्म दिया। हालांकि इसके तुरंत बाद मुन्नी की मौत हो गई। इस बीच जब मायके वालों को इसकी जानकारी हुई तो वह शव को आमखेड़ा ले गए और गांव में ही शव दफना दिया। 

दहेज उठाने गए थे मायके पक्ष के लोग 
पुलिस के अनुसार मुन्नी की मौत के चौथे दिन मायके वाले बेटी के ससुराल से दहेज उठाने के लिए पहुंच गए। इस बीच दहेज न ले जाने की बात ससुराल वालों ने कही और विवाद हो गया। इसी बीच मृतका के मायके पक्ष की महिलाएं नवजात को गोद से उठाने लगीं। छीनाझपटी में बच्चे की सांसे अटक गई और उसने दम तोड़ दिया। नवजात की मौत के बाद हंगामा और भी बढ़ गया। इसी बीच ससुराल वालों ने देवरनिया थाना पुलिस को मौके पर बुला लिया। फिलहाल इस घटना के बाद यूनुस का रो-रोकर बुरा हाल है। 

आगरा: भाजपा नेता से परेशान होकर लगाया 'मकान बिकाऊ है का पोस्टर', जानिए क्या है पूरा मामला

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

ई-चालान इंटीग्रेशन से UP में सड़क सुरक्षा मजबूत, 17 जिलों में शुरू हुई प्रक्रिया
UP विजन 2047: योगी सरकार बनाएगी यूपी के शहरों को हरित, सुरक्षित और जलवायु-अनुकूल