मेरठ की महिला ने ऋषिकेश स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी की हत्या के बाद रिजॉर्ट को लेकर चौकाने वाले खुलासे किए हैं। महिला ने बताया कि उसने और उसके पति ने करीब ढाई महीने वहां पर नौकरी की थी। उत्पीड़न से तंग आकर दंपति ने नौकरी छोड़ दी थी।
मेरठ: उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित वनंतरा रिजार्ट में अंकिता भंडारी की हत्या मामले में आएदिन नए खुलासे हो रहे हैं। अंकिता की हत्या के बाद मेरठ निवासी एक महिला ने रिजॉर्ट में होने वाले कारनामों का खुलासा कर अपनी चुप्पी तोड़ी है। महिला के अनुसार, वनंतरा रिजार्ट अय्याशी का अड्डा था। पुलकित आर्य, सौरभ और अंकित की तिकड़ी वहां पर जिस्मफरोसी का धंधा करवाते हैं। इसके अलावा नशे का सामान भी रिजार्ट में उपलब्ध कराया जाता था। वहीं पुलकित और उसका पीए भी स्टॉफ पर बुरी नजर रखता था।
उत्पीड़न से तंग आकर छोड़ी नौकरी
महिला ने बताया कि वहां का माहौल देखकर उसने नौकरी छोड़ दी और वापस अपने पति के साथ मेरठ लौट आई। महिला द्वारा नौकरी छोड़ने के बाद 28 अगस्त को अंकिता भंडारी ने रिजार्ट में नौकरी करना शुरू किया था। अंकिता की हत्या के बाद जब पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो सामने आया था कि मेरठ के विवेक और उसकी पत्नी इशिता ने भी वनंतरा रिजॉर्ट में ढाई महीने नौकरी की थी। लेकिन पुलकित और अंकित के उत्पीड़न से परेशान होकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। नौकरी के दौरान दंपति रिजॉर्ट में ही रहते थे।
आरोपी पिता के रसूख का करता था गलत इस्तेमाल
इशिता ने बताया कि नौकरी छोड़ने के करीब एक महीने बाद उसके पास नौकरी के लिए पुलकित का फोन आया था। बताया जा रहा है कि पुलकित द्वारा किए जा रहे कुकर्मों की जानकारी उसके पिता को नहीं थी। उसके पिता
डा. विनोद आर्या पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के भाजपा से निष्कासित नेता हैं। वहीं रिजॉर्ट में नौकरी करने वाले स्टॉफ को विनोद आर्य से कोई भी बात शेयर करने की इजाजत नहीं थी। रिजॉर्ट में आने वाले लोगों को ब्लैकमेल किया जाता था। आरोपी पुलकित अपने पिता के रसूख की धौंस जमाता था।
अंकिता की मौत के बाद महिला ने किया खुलासा
इस मामले पर आगे जानकारी देते हुए इशिता ने बताया कि रिजॉर्ट में हर समय एक पटवारी कमरा लेकर किराए पर रहता था। जब इशिता से पूछा गया कि उन्होंने नौकरी क्यों छोड़ी तो उसने बताया कि पति विवेक से उसे अलग करने की साजिश रची जा रही थी। एक बार उसके पति विवेक पर स्पीकर चोरी करने का झूठा आरोप भी लगाया गया था और मामले की शिकायत पटवारी से की गई थी। इन हरकतों से तंग आकर दंपति ने वहां पर नौकरी छोड़ने का मन बना लिया था। इशिता ने कहा कि अंकिता की हत्या के बाद उन्हें नौकरी छोड़ने का फैसला सही लग रहा है।