
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में सिराथू के पइंसा कोतवाली क्षेत्र के उद्हिन खुर्द में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बवाल हुआ था। जिसमें उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य और कुछ ग्रामीणों के बीच नोकझोक के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इसी मामले पर पिछले हफ्ते योगेश मौर्य ने मारपीट और अन्य मामलों में एसपी हेमराज मीणा को तहरीर दी थी। इसी तहरीर के आधार पर अब एसपी के आदेश पर दो महीने के बाद इस मामले में 23 नामजद और 25 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
लेकिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य ने इस मुकदमे को वापस लेने की लिए अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर को प्रार्थना पत्र दिया है। योगेश मौर्य एसपी कार्यालय पहुच कर मुकदमा वापस लेने के लिए प्रार्थना पत्र दिया।
योगेश मौर्य ने दर्ज कराई थी शिकायत
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य का आरोप है कि वो अपने पिता और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में अपने समर्थकों के साथ 24 फरवरी को मोहब्बतपुर पइंसा कोतवाली क्षेत्र के उदहिन में प्रचार करने गए थे। उदहिन के पास दर्जनों की संख्या में लोग आए और उनके प्रचार का विरोध करने लगे और जब उन्होंने विरोध का कारण पूछा तो उनके साथ गाली गलौज हुई और मारपीट की गई। योगेह मौर्य ने आरोप लगया कि इस झगड़े में योगेश मौर्य की सोने की चेन और जेब में रखे हुए पैसे भी लूट लिए गए। इसकी सूचना पुलिस को दिए जाने के बाद सिराथू सीओ योगेंद्र कृष्ण नारायण कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह से भीड़ में फंसे योगेश मौर्य को बाहर निकाला और मामला शांत कराया।
सोशल मीडिया में ट्रोल होने की वजह से दर्ज किया था मुकदमा
सिराथू सीओ ने राज्य और जिलो में चुनावी माहौल होने के कारण इस मामले में कार्रवाई नहीं हो सकी थी। इसलिए योगेश मौर्य ने मामले की शिकायत शनिवार को उच्चअधिकारियों से की। जिसके बाद एसपी हेमराज मीणा के आदेश पर पुलिस ने 23 नामजद सहित 25 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू दी। जानकारी के मुताबिक ऐसा भी कहा जा रहा है कि योगेश मौर्य ने फेसबुक व ट्विटर पर ट्रोल होने की वजह से मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन इसे उन्होंने एसपी कार्यालय में पहुंचकर मुकदमा वापस लेने के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया है। योगेश मौर्य ने मुकदमा वापस के लिए अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर को प्रार्थना पत्र सौंपा है।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।