भ्रष्टाचार पर कड़ी कारवाई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी IAS अफसर को अनिवार्य सेवानिवृत्ति

Published : Nov 24, 2019, 05:49 PM ISTUpdated : Nov 24, 2019, 06:47 PM IST
भ्रष्टाचार पर कड़ी कारवाई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी  IAS अफसर  को अनिवार्य सेवानिवृत्ति

सार

नोएडा में प्लॉट आवंटन घोटाला में जेल चा चुके सीनियर आईएएस अफसर राजीव कुमार द्वितीय पर योगी सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति की प्रकिया शुरू कर दी है इस बाबत राज्य सरकार ने राजीव कुमार द्वितीय को नोटिस जारी किया है

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर लगातार कार्रवाई जारी रखी हुई है। इसी क्रम में रविवार को नोएडा में प्लॉट आवंटन घोटाला में जेल चा चुके सीनियर आईएएस अफसर राजीव कुमार द्वितीय पर योगी सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति की प्रकिया शुरू कर दी है। इस बाबत राज्य सरकार ने राजीव कुमार द्वितीय को नोटिस जारी किया है।

भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे राजीव कुमार

बता दें कि भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे राजीव कुमार द्वितीय उत्तर प्रदेश कैडर के 1983 बैच के अफसर हैं। राजीव कुमार द्वितीय नोएडा प्लाट आवंटन घोटाले मामले में सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया था उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। मामले में 31 अक्टूबर 2019 को राजीव कुमार को सेवानिवृत्ति का नोटिस देकर अभ्यावेदन मांगा गया है उनका जवाब मिलने के बाद अब जल्द ही मामले पर निर्णय लेकर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

नोएडा प्लॉट आवंटन घोटाला में सीबीआई (CBI) ने राजीव कुमार को आरोप पत्र सौंपते हुए कहा था कि सेक्टर 51 में एक भूखंड जो उन्हें आवंटित किया गया था, उसे सेक्टर 44 में लैंडयूज को बदल दिया था और फिर से सेक्टर 14 ए में एक लैंडयूज को बदलकर उसे रेसीडेंशियल करवाया था। नोएडा प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, केवल एक बार रूपांतरण की अनुमति दी गई थी  पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने न्यू ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा) के पूर्व उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव कुमार को नोएडा प्लॉट आवंटन घोटाला में निलंबित किया था। इस मामले में प्राधिकरण की पूर्व चेयरमैन और पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नीरा यादव पहले ही सरेंडर कर जेल जा चुकी हैं। 

(प्रतिकात्मक फोटो)

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