उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेते ही प्रदेश की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए बैठकों के सहारे विभागीय अफसरों को कड़े निर्देश देते हुए नजर आ रहे हैं। राज्य में अप्रैल के पहले सप्ताह में योगी सरकार दो बड़े अभियान शुरू करने जा रही है। जिसे लेकर उच्च अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए जा चुके है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेते ही राज्य की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए बैठकों का सिलसिला शुरू कर दिया था। इन बैठकों के सहारे विभागीय अफसरों को कड़े निर्देश देते हुए भी नजर आए। योगी सरकार 2.0 राज्य में अप्रैल माह के पहले सप्ताह से दो बड़े अभियान शुरू करने जा रही है। यूपी सरकार 4 अप्रैल से श्रावस्ती से स्कूल चलो अभियान तो वहीं 2 अप्रैल को सिद्धार्थ नगर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत की जा रही है। राज्य में दो अभियान की शुरुआत को लेकर तैयारियां जोरो शोरो से चल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथा ने सभी आला अधिकारियों को दोनों अभियानों को लेकर निर्देश दे दिए है। उन्होंने कहा कि विभागीय मंत्री से परामर्श कर विभाग इस संबंध में वस्तिृत कार्य योजना तैयार करें और उसका क्रियान्वयन करें।
'संचारी रोग नियंत्रण अभियान' की होगी 2 अप्रैल से शुरुआत
राज्य सरकार द्वारा 2 अप्रैल को सिद्धार्थ नगर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत की जा रही है। जिसे लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर विभाग सभी प्रकार की तैयारियों को समय से पूरा कर लें। प्रदेश में आमजन के बेहतर स्वास्थ के लिए इस अभियान के माध्यम से जागरूकता, इलाज और सुविधाओ के उच्चीकरण के साथ-साथ स्टाफ की तैनाती को एक अभियान चलाकर गति दी जाए। योगी आगे कहते है कि प्रदेश के सभी जिलों में मरीजों को किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। चिकित्सा विभाग इस बात को सुनिश्चित करें। कोई भी मरीज इलाज के बिना अस्पताल से वापस ना जाए। अस्पतालों में फुल ओपीडी की व्यवस्था को सुनिश्चित करें।
'स्कूल चलो अभियान' की होगी 4 अप्रैल से शुरुआत
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में 4 अप्रैल से श्रावस्ती से स्कूल चलो अभियान की शुरुआत होगी। जिसे लेकर विभाग सभी तैयारी कर ले। योगी कहते है कि हर बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती हो। बेसिक शिक्षा से जुड़े हर विद्यालय में पेयजल, टॉयलेट, स्मार्ट क्लास और फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके साथ ही बच्चों की यूनिफॉर्म और जूते मोजे की व्यवस्था हो।
ऑपरेशन कायाकल्प से बेसिक शिक्षा परिषद के सारे विद्यालयों को आच्छादित किया जाए। सभी अध्यापक उन बच्चों के घर जाकर उन बच्चों के परिजनों से मिलकर उन्हें स्कूल आने के लिए प्रेरित करें। स्कूल चलो अभियान में सभी जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए। राज्य के सभी विधायकगण एक-एक विद्यालय को गोद जरूर लें। योगी कहते है कि सरकार का प्रयास होगा कि प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय को सभी बुनियादी सुविधाओं से लैस किया जाए। इसके लिए निजी संस्थाओं, स्कूल के पुराने विद्यार्थियों को अभियान चलाकर जोड़ा जाए। सभी जनपदों में जहां साक्षरता की दर कम है, वहां के विद्यालयों में वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाए। शिक्षकों की तैनाती से लेकर बुनियादी सुविधाओं का समयबद्ध अभियान चलाया जाए।
बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करने की है जरूरत
इतना ही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्ती का रुख अपनाते हुए कहा कि आने वाले सत्र में एक भी बच्चा स्कूल से वंचित नहीं रहना चाहिए। कोरोना काल के दौरान बीते दो शैक्षिक सत्र बहुत अधिक प्रभावित रहा है जिसके चलते भौतिक पठन-पाठन नहीं हो सका। इसी को देखते हुए स्कूल जाने के लिए बच्चों और अभिभावकों को एक बार फिर जागरूक करने की जरूरत है।