योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह एक ऑडियो रिकॉर्डिंग को लेकर चर्चा में आ गई हैं। बताया जा रहा है कि वायरल ऑडियो में मंत्री लखनऊ कैंट सीओ बीनू सिंह को कथित तौर पर धमकी दे रही हैं। वहीं, मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने एसएसपी से पूरी रिपोर्ट मांगी है। जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने भी स्वाति सिंह को तलब किया है।
लखनऊ (Uttar Pradesh). योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह एक ऑडियो रिकॉर्डिंग को लेकर चर्चा में आ गई हैं। बताया जा रहा है कि वायरल ऑडियो में मंत्री लखनऊ कैंट सीओ बीनू सिंह को कथित तौर पर धमकी दे रही हैं। वहीं, मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने एसएसपी से पूरी रिपोर्ट मांगी है। जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने भी स्वाति सिंह को तलब किया है।
यह ऑडियो वायरल हो रहा है
क्या है पूरा मामला
धोखाधड़ी और ठगी के मामले में अंसल ग्रुप के खिलाफ जांच चल रही है। हाल ही में अंसल ग्रुप के खिलाफ एक नई एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि इसी मामले में ऑडियो में कथित तौर पर मंत्री स्वाति सिंह सीधे तौर पर सीओ बीनू सिंह को एफआईआर खत्म करने की हिदायत दे रही हैं। वो कहती हैं, सब फर्जी है, खत्म करिए उसको। चार दिन हुए आपको आए, कौन सी जांच कर रही हैं। एक दिन आकर बैठ लीजिएगा, अगर यहां पर काम करना है तो।
जब बियर बार को लेकर चर्चा में आईं थी स्वाति सिंह
योगी सरकार में मंत्री बनने के कुछ महीने बाद ही स्वाति सिंह चर्चा में आई थीं। वो एक बियर बार का उद्घाटन करने पहुंची थीं। जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।
जब स्वाति सिंह के पति को बीजेपी ने दिखाया था बाहर का रास्ता
स्वाति सिंह के पति दयाशंकर बीजेपी यूपी चीफ केशव मौर्या की कमेटी में वाइस प्रेसिडेंट थे। एक बार वो मऊ में एक प्रोग्राम में गए थे। जहां उन्होंने कहा था, मायावती एक बड़ी लीडर हैं और तीन बार सीएम रह चुकी हैं।
वो किसी को एक करोड़ रुपए में टिकट देती हैं। अगर कोई एक घंटे बाद ही दो करोड़ देता है तो उसको टिकट दे देती हैं और शाम को अगर कोई तीन करोड़ देने वाला मिलता है तो उसे दे देती हैं। उनका चरित्र (...) से भी बदतर है।
दयाशंकर के इस बयान के बाद देश के कई राज्यों में बवाल मच गया था। बसपाइयों ने लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान बैनरों पर दयाशंकर, उनकी बहन और बेटी के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी थीं। मामला इतना बढ़ा कि बीजेपी ने दयाशंकर को बाहर का रास्ता दिखा दिया। साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में उनकी पत्नी स्वाति को टिकट दिया, जिसपर उन्होंने जीत भी दर्ज की। यही नहीं, योगी सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया गया। पत्नी के विधायक बनते ही दयाशंकर की भी पार्टी में दोबारा वापसी हो गई।