पिता ने बताया कि एक सप्ताह पहले मनीष खुजराहो से घूम कर घर लौटा था। तभी, से उसे रुक रुक कर खांसी आ रही थी। वह मेडिकल स्टोर से दवा लाया था। लेकिन, कोई फायदा नहीं मिला। इसी डर से उसने घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में रस्सी के सहारे फांसी लगा ली।
कानपुर( Uttar Pradesh)। कोरोना का खौफ लोगों में बढ़ता ही जा रहा है। एक सप्ताह से खांसी-जुकाम ठीक न होने पर युवक ने कोरोना वायरस की डर से फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट करने की बात कही है। यह घटना सचेंडी के बिनौर गांव में आज हुई है।
यह है पूरा मामला
सचेंडी थाना क्षेत्र के बिनौर गांव में रमेश चंद्र तिवारी का बेटा मनीष तिवारी (28) का शव आज घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में फांसी पर लटका मिला। उसकी मौत पर घर में कोहराम मच गया। आसपास के लोग एकत्र हो गए।
पिता ने सुनाई ये कहानी
पिता ने बताया कि एक सप्ताह पहले मनीष खुजराहो से घूम कर घर लौटा था। तभी, से उसे रुक रुक कर खांसी आ रही थी। वह मेडिकल स्टोर से दवा लाया था। लेकिन, कोई फायदा नहीं मिला। इसी डर से सोमवार देर रात उसने घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में रस्सी के सहारे फांसी लगा ली।
ग्रामीणों ने कही ये बातें
ग्रामीणों का कहना है कि मनीष खांसी जुकाम से भी डरा हुआ था। सोमवार रात किसी बात को लेकर उसका पिता से विवाद हुआ था। इसके बाद सुबह उसके खुदकशी करने की जानकारी हुई है। सचेंडी एसओ ने बताया कि फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।