करवाचौथ: जब चांद से होती है रोशनी की बारिश, आसमान से बरसता है अमृत। चौथ माता देती हैं सुहागिन होने का वारदान। निर्जल व्रत रखकर सुहागिनें करती हैं अपने पति की लंबी आयु की कामना। लेकिन व्रत के साथ साथ इस दिन के लिए जरूरी हो उत्साह, उमंग, सजना सवंरना और पकवान बनाना।
करवाचौथ: जब चांद से होती है रोशनी की बारिश, आसमान से बरसता है अमृत। चौथ माता देती हैं सुहागिन होने का वारदान। निर्जल व्रत रखकर सुहागिनें करती हैं अपने पति की लंबी आयु की कामना। लेकिन व्रत के साथ साथ इस दिन के लिए जरूरी हो उत्साह, उमंग, सजना सवंरना और पकवान बनाना। ऐसे में जरूरी है कवराचौथ वाले दिन कुछ ऐसा करना ताकि थकान की वजह से आपका उत्साह कम ना हो? तो आइये जानते हैं क्या करें?
1. करवाचौथ का व्रत निर्जल होता है। ऐसे में एक दिन पहले ही ओआरएस या इलेक्कट्रोलाइट पाउडर पानी में मिलाकर पिएं। करवाचौथ की सुबह आप बहुत सारा पानी नहीं पी सकती हैं इसलिए एक दिन पहले से ही ये प्रकिया शुरु कर दें।
2. जब आप दिन का पहला आहार यानि कि सरगी खा रही हैं तो ज्यादा शर्करा वाला खाना ना खाएं। आप सरगी में हल्की मीठा खा सकती हैं लेकिन यदि बहुत शक्कर खाई तो आपके शुगर का स्तर जल्दी से बढ़ जाएगा और कुछ घंटे बाद शुगर लेवल गिर जाएगा जिससे चक्कर आ सकते हैं।
3. सबसे अहम बात- व्रत की सुबह की सरगी को नजरअंदाज ना करें। कई महिलाएं ये सोचकर कि इतनी सुबह बहुत खाया तो जाएगा नहीं इसलिए बिना खाए ही दिन की शुरुआत कर लेती हैं। लेकिन अगर त्योहारा के उत्साह को कम नहीं कर है तो सरगी जरूर खाएं
4. आप अपने आहार में सब्जी भी शामिल कर सकती हैं। जिससे आपका पाचन तंत्र अच्छा रहेगा। यदि आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो सब्जियों का पराठा बना सकती हैं। या फिर बेसन में खूब सारी सब्जियां डालकर चीला बनाएं और दही के साथ खाएं। ज्यादा मसालेदार ना खाएं।
5. व्रत खोलते समय कुछ ऐसा ना खाएं कि पेट भारी लगने लगे। एक फल या थोड़े दही के साथ व्रत खोल सकती हैं। व्रत खोलते समय एक साथ बहुत ज्यादा ना खाएं। पानी घूंट घूंट करके पीएं। एक साथ बहुत सारा पानी पीने से उल्टी भी हो सकती है। वइन बातों का ध्यान रखेंगी तो व्रत तो पूरा होगा ही साथ ही सेहत पर भी असर नहीं होगा।