वीडियो डेस्क। दिवाली आते ही पटाखों पर बैन को लेकर बहस छिड़ी हुई है। कई राज्यों ने ग्रीन पटाखों की इजाजत दी है, कहीं पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने पटाखों पर बैन को लेकर विरोध किया है।
वीडियो डेस्क। दिवाली आते ही पटाखों पर बैन को लेकर बहस छिड़ जाती है। कई राज्यों ने ग्रीन पटाखों की इजाजत दी है, जबकि कई राज्यों ने इसपर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने पटाखों पर बैन को लेकर विरोध किया है। उन्होंने अपने बचपन की कहानी बताते हुए कहा- मैं सितबंर से ही पटाखे को लेकर प्लान बनाने लगता था। उन्होंने कहा- बच्चों से पटाखे चलाने की खुशी ना छीनो। उन्हें पटाखे जलाने का अनुभव लेने दो। अगर प्रदूषण कम करना ही है तो घर के बड़ों को पटाखों से दूरी बना लेनी चाहिए। सद्गुरु ने प्रदूषण कम करने का एक आसान तरीका भी बताया है। कहा- हम अपने बच्चों की खुशी के लिए एक बलिदान करना चाहिए। 3 दिन कार को ड्राइव ना करें, बल्कि 3 दिन पैदल ऑफिस जाएं।