बनारस के सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को बचाने के लिए काशी की नगरवधुओं हाथ में तख्तियां लिए पीएम मोदी व सीएम योगी से गुहार लगाने मणिकर्णिका घाट पर धरने पर बैठी है। काशी की नगर वधू नृत्य परंपरा पर संकट आ गया है। 6 अप्रैल से शुरू हो रहे बाबा श्मशान नाथ के तीन दिवसीय श्रृंगार महोत्सव जहां आयोजित होता था, वहां अवैध कब्जा हो गया है।
वाराणसी: बनारस के सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को बचाने के लिए काशी की नगरवधुओं हाथ में तख्तियां लिए पीएम मोदी व सीएम योगी से गुहार लगाने मणिकर्णिका घाट पर धरने पर बैठी है। काशी की नगर वधू नृत्य परंपरा पर संकट आ गया है। 6 अप्रैल से शुरू हो रहे बाबा श्मशान नाथ के तीन दिवसीय श्रृंगार महोत्सव जहां आयोजित होता था, वहां अवैध कब्जा हो गया है।
कार्यक्रम स्थल पर है लकड़ी व्यवसायीयों का कब्जा
दरसल, चैत्र नवरात्र की सप्तमी के दिन मणिकर्णिका घाट पर बाबा महाश्मशान नाथ के वार्षिक श्रृंगार का आयोजन सैकड़ों वर्षों से किया जाता रहा है। जहां धधकती चिताओं के बीच नगर वधुओं का नृत्य होता है। लेकिन अब बाबा महाश्मशान वार्षिक श्रृंगार कार्यक्रम स्थल पर लकड़ी व्यापारियों ने अवैध रूप से लकड़ी रख कब्जा कर लिया है। जिसके कारण 378 साल से चली आ रही परम्परा पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं।