लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र धनंजय ने बताया कि कोरोना के बीते दौर में अफसरों की ओर से लापरवाही की गई थी, जिस वजह से कुछ हालात बिगड़े थे। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इतनी भारी आबादी वाले प्रदेश में कोरोनाकाल के दौरान जिस तरह से अपना प्रेजेंटेशन दिया, वह बहुत बेहतर था। कोई और सरकार अगर होती तो इन स्थितियों को नहीं संभाल पाती।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश(Uttar pradesh) में कोरोना के हालात एक बार फिर बिगड़ने की दिशा में बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर यूपी सरकार की ओर से सख्ती व सतर्कता तेज हो गई है। कोरोना वायरस से बीते साल बिगड़े हालातों को दुबारा न देखना पड़े, इसके लिए योगी सरकार कमर कसते हुए हो रही तैयारियों के साथ बड़े बड़े दावे करती हुई नजर आ रही है। इन दावों और तैयारियों को लेकर राजधानी लखनऊ के युवाओं से जब बात की गई तो किसी ने कोरोना के नए वैरिएंट को चुनावी जुमला बताया तो किसी ने योगी पर चुनाव से पहले साजिश करने का आरोप लगाया।
भारी आबादी वाले प्रदेश में योगी का 'प्रिजेंटेशन' अव्वल
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र धनंजय ने बताया कि कोरोना के बीते दौर में अफसरों की ओर से लापरवाही की गई थी, जिस वजह से कुछ हालात बिगड़े थे। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इतनी भारी आबादी वाले प्रदेश में कोरोनाकाल के दौरान जिस तरह से अपना प्रेजेंटेशन दिया, वह बहुत बेहतर था। कोई और सरकार अगर होती तो इन स्थितियों को नहीं संभाल पाती।
'एक परीक्षा नहीं संभाल पाई सरकार तो कोरोना क्या संभालेगी'
लखनऊ विश्वविद्यालय के एक छात्र ने यूपी टीजीटी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार जब एक परीक्षा नहीं संभाल पाई तो वह कोरोना क्या संभालेगी। वहीं, दूसरे छात्र ने बताया कि चुनाव से पहले ही ऐसी बीमारियां आती हैं, यह सरकार की एक साजिश है। जिससे कि विपक्ष चुनावी प्रचार प्रसार न कर पाए।