वाराणसी में लगने वाले इस प्लांट से 300 टन कोयले का उत्पादन होगा। वाराणसी नगर निगम के सहयोग से एनटीपीसी वाराणसी में इस प्लांट को चलाएगी। वाराणसी के रमना में इसके लिए जमीन भी आबंटित कर दी गई है। जमीन आबंटन के बाद एनटीपीसी ने इसपर काम भी शुरू कर दिया है।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जल्द ही कचरे से कोयला तैयार करने वाला देश का अनोखा प्लांट लगाया जाएगा। वाराणसी में लगने वाले इस प्लांट से 300 टन कोयले का उत्पादन होगा। वाराणसी नगर निगम के सहयोग से एनटीपीसी वाराणसी में इस प्लांट को चलाएगी। वाराणसी के रमना में इसके लिए जमीन भी आबंटित कर दी गई है। जमीन आबंटन के बाद एनटीपीसी ने इसपर काम भी शुरू कर दिया है। माना जा रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इसका शिलान्यास करेंगे।
वाराणसी में कचरे से कोयला बनाने वाले इस प्लांट के शुरू होने के बाद कोयले की तो आपूर्ति बढ़ेगी साथ ही शहर से निकलने वाले कचरे का निस्तारण भी हो सकेगा। जानकारी के मुताबिक, इस प्लांट के निर्माण में करीब 150 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत बनारस में इस प्लांट के निर्माण के बाद मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल में भी इस तरह का प्लांट लगाया जाएगा।
पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास
वाराणसी के नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि वाराणसी में लगने वाले इस प्लांट का संचालन एनटीपीसी करेगा और नगर निगम उनको हर रोज कचड़ा उपलब्ध कराएगी। इसके लेकर नगर निगम और एनटीपीसी के अधिकारियों के बीच समझौता ही हो चुका है। नगर आयुक्त ने बताया ई जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शिलान्यास करेंगे और इसी साल के दिसम्बर महीने से ये प्लांट काम करना भी शुरू कर देगा।
इतना होगा उत्पादन
एनटीपीसी के अधिकारियों के मुताबिक, इस प्लांट को चलाने में करीब 600 टन कूड़े की आवश्यकता होगी। जिससे करीब 250 से 300 टन कोयले का उत्पादन होगा। 25 एकड़ में ये प्लांट लगेगा जो पूरी तरीके से इकोफ्रेंडली होगा। इससे आस पास के लोगों को किसी तरह की दुर्गंध या दूसरे दिक्कतों का सामना भी नहीं करना होगा।