यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को मेरठ पहुंचे। यहां पर उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर पलटवार किया तो वहीं ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर भी बोले। उन्होंने कहा कि सर्वे होना जरूरी था।
मेरठ: उत्तर प्रदेश सरकार के दूसरे कार्यकाल में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को मेरठ पहुंचे। राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का यह पहला दौरा था। यहां पर उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। इसके बाद उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत भी की।
मीडिया से मुखातिब होने पर डीप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण का काम करने वाले करते है बयानबाजी। इसमें सपा और बसपा पहले से ही एक है। उन्होंने कहा कि 2017 से 2022 तक का प्रदेश सरकार का कार्यकाल शानदार रहा है। पिछले पांच साल के कार्यकाल की प्रतियोगिता 2022 से 2027 तक के कार्यकाल से होगी। पूरे प्रदेश में छह हजार अमृत सरोवर बनाने की कार्ययोजना है, जिसमें मेरठ में 75 अमृत सरोवर बनाएं जाएंगे।
सर्किट हाउस में चल रही प्रेस वार्ता में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ज्ञानवापी मस्जित को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले लोग मस्जिद में सर्वे का विरोध कर रहे है। ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे होना जरूरी था। हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले लोग इस तरह के मुद्दे खड़ा कर रहे है।