आयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास के मुताबिक, श्रीरामलला 4 फिट ऊंचे 60 किलो वजन चांदी के झूले पर विराजमान हो गए है। बाल स्वरूप श्रीराम लला अपने तीनो भाइयों के साथ झूले पर विराजमान हैं। सावन पूर्णिमा तक चलने वाले इस उत्सव में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया है।
आयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास के मुताबिक, श्रीरामलला 4 फिट ऊंचे 60 किलो वजन चांदी के झूले पर विराजमान हो गए है। बाल स्वरूप श्रीराम लला अपने तीनो भाइयों के साथ झूले पर विराजमान हैं। सावन पूर्णिमा तक चलने वाले इस उत्सव में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया है। पूरे अस्थायी मंदिर को फूलों से सजाया गया है। पूर्णिमा तक भगवान का भोजन और शयन झूले पर ही होगा। सावन मेले को देखते हुए रामलला के दर्शन की अवधि में दो घंटे की वृद्धि कर दी गई है। अयोध्या के हजारों मंदिरों में भी झूलनोत्सव का आयोजन हो रहा है। जिसे देखने के लिए श्रद्धालु दूर-दराज से आ रहें है।