एक अनोखा मामला बनारस से निकल के आया जहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ रहे एक छात्र ने अलीगढ़ के टप्पल थाने पर आरोप लगाया है l काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ब्रोचा हॉस्टल विपिन कुमार बीएचयू बीएससी सेकंड सेमेस्टर के स्टूडेंट है। विपिन ने कहा कि जब मैं 2 महीने से अलीगढ़ गया ही नहीं तो कैसे मेरे ऊपर FIR कर दिया गया।
वाराणसी: भारत सरकार द्वारा जबसे अग्निपथ स्कीम लागू की गई है । तब से भारत के विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है। युवाओं द्वारा हर जिलों में इस योजना का विरोध किया गया । देश के विभिन्न राज्यों में चल रहे इस विरोध की आग उत्तर प्रदेश तक भी पहुंची और उत्तर प्रदेश में भी ऐसे कई जिले रहे जहां पर युवाओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन तोड़फोड़ और रेलवे बाधित किया इस विरोध के चलते भारतीय रेल की कई गाड़ियां खड़ी हुई है। वही इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश पुलिस पूरे एक्शन में दिखाई दे रहा है और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उन सभी उपद्रवियों को चिंहित कर FIR किया जा रहा है .
वही एक अनोखा मामला बनारस से निकल के आया जहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ रहे एक छात्र ने अलीगढ़ के टप्पल थाने पर आरोप लगाया है l काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ब्रोचा हॉस्टल विपिन कुमार बीएचयू बीएससी सेकंड सेमेस्टर के स्टूडेंट है। विपिन ने कहा कि जब मैं 2 महीने से अलीगढ़ गया ही नहीं तो कैसे मेरे ऊपर FIR कर दिया गया।
17 जून को अग्निपथ योजना के विरोध में अलीगढ़- पलवल हाईवे स्थित कस्बा जट्टारी पुलिस चौकी में तोड़-फोड़ कर आग लगा दी गई थी। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से भागकर अपनी जान बचाई थी। वहीं वहां खड़ी पुलिस की गाड़ियों पर पथराव का तोड़ दिया गया था। इसके बाद टप्पल पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान कर FIR करने में जुटी हुई है। इस बीच एक FIR विश्वविद्यालय के छात्र विपिन कुमार पर भी किया गया।
विपिन ने कहा कि 18 जून को उसके घर पर टप्पल थाने की पुलिस फोर्स पहुंची थी। FIR कॉपी में उसका और भाई धीरज कुमार का नाम दर्ज था। यह मुकदमा देख परिजनों के होश उड़ गए। आज विपिन ने जब टप्पल पुलिस से FIR के बारे में बातचीत की तो इंस्पेक्टर ने थाने में सरेंडर करने का दबाव बनाया। विपिन ने कहा कि मेस की अटेंडेंस रजिस्टर देख लिजिए। गवाह में उसके दोस्त हैं, जिन्होंने उस दिन हॉस्टल में ही उसे देखा। इस तरह झूठ में FIR दर्ज कराने का क्या तुक है। विपिन ने कहा कि घर वाले काफी परेशान हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि जब वह यहां था ही नहीं तो FIR कैसे दर्ज किया गया।