वाराणसी के बीएचयू स्थित केंद्रीय विद्यालय के कक्षा नौवीं के छात्र की आत्महत्या का मामला अब तूल पकड़ता चला जा रहा है। इसी को लेकर केंद्रीय विद्यालय के बाहर दर्जनों की संख्या में मृतक की बहन की अगुवाई में छात्रों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिनकी मांग थी कि स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई हो।
वाराणसी के बीएचयू स्थित केंद्रीय विद्यालय के कक्षा नौवीं के छात्र की आत्महत्या का मामला अब तूल पकड़ता चला जा रहा है। इसी को लेकर केंद्रीय विद्यालय के बाहर दर्जनों की संख्या में मृतक की बहन की अगुवाई में छात्रों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिनकी मांग थी कि स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई हो और उन्हें सस्पेंड किया जाए। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने उनका मानसिक परीक्षण भी कराए जाने की मांग की है।
वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित केंद्रीय विद्यालय के कक्षा नौवीं के छात्र मयंक यादव के आत्महत्या के लिए स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को दोषी ठहराते हुए आज दर्जनों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने स्कूल के गेट के आगे बैठकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध मृतक छात्र मयंक की बहन की अगुवाई में किया जा रहा था, ताकि मृतक छात्र मयंक को न्याय मिल सके। मयंक की आत्महत्या के पहले उसके द्वारा स्कूल में सिर्फ मोबाइल ले जाने पर प्रिंसिपल ने बुलाकर उसे अपने ऑफिस में कई थप्पड़ मारे थे और उसके पिता को भी बेइज्जत किया। जिससे आहत होकर मयंक ने अपने घर जाकर आत्महत्या कर ली। छात्रों ने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल का ऐसा ही रवैया बाकी छात्रों के साथ भी है। लिहाजा उन्हें तत्काल सस्पेंड करके उनके खिलाफ पुलिस की कार्रवाई हो और उनका मानसिक परीक्षण भी किया जाए। धरने के दौरान स्कूल के कई टीचरों ने छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे।