कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि सरकार देश में आजादी का महोत्सव मना रही है। इस आजादी के महोत्सव में देश के उन तमाम वीर सपूतों और देश के धरोहरों को सरकार सबके सामने ला रही है। इसको लेकर भी विपक्ष में खलबली है क्योंकि उनको लगता है कि आज तक जिस इतिहास को उन्होने दबा कर रखा है। वह भारतीय जनता पार्टी लगातार आजादी के पश्चात में अमृत महोत्सव के कार्यक्रम के तहत सबके सामने ला रही है।
वाराणसी: अशोक स्तंभ को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ विपक्षी दलों द्वारा सरकार को ट्वीट के जरिए घेरा जा रहा। नए संसद भवन के ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अशोक स्तंभ का लोकार्पण किया और जिसके बाद से ही अशोका स्तंभ के स्वरूप को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रही है । विपक्ष का कहना है कि जो अशोक स्तंभ का प्रधानमंत्री ने लोकार्पण किया है सारनाथ में रखे गए अशोका स्तंभ से अलग है । इसको लेकर हमने काशी के युवाओं से जाना काशी के युवाओं ने कहा कि अपने देश की धरोहर के साथ इस तरह के प्रश्नचिन्ह खड़ा करना बिल्कुल गलत बात है।
युवाओं ने यह भी कहा कि जो राजनेता अशोक स्तंभ पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, वह कोई कलाकार नहीं है। जो उन्हें इतनी पहचान है, अशोका स्तंभ बनाने वाले कलाकार ने खुद कहा है कि हमने जो अशोक स्तंभ बनाया है, वह हूबहू सारनाथ की तरह है क्योंकि अशोका स्तंभ का स्वरूप बड़ा है इसलिए वह देखने में खूंखार लग रहा है। लेकिन अगर उसे सामने से देखा जाए तो उसका स्वरूप बिल्कुल सारनाथ के अशोक स्तंभ की तरह ही है।
वहीं कुछ युवाओं ने विपक्ष पर सवाल खड़ा करते हुए यह भी कहा कि विपक्ष कुछ अशोक स्तंभ में बने शेर से दिक्कत नहीं है बल्कि बीजेपी जिस तरह से देश में रहने वाले उन देश विरोधी लोगों पर कार्य कर रही है उनको यह लगता है कि भारतीय जनता पार्टी शेर को उस स्वरूप में दिखाई है अगर शेर का स्वरूप इस तरह से रहता है और देश में रहने वाले उन सभी देश विरोधियों को ऐसे ही भगाता है तो हमें यह राष्ट्रीय प्रतीक प्यारा है और हम इसका समर्थन करते हैं काशी के युवाओं ने यह भी कहा कि हमें अपने राष्ट्रीय धरोहर पर गर्व है काशी के युवाओं ने यह भी कहा कि स्तंभ बिल्कुल सारनाथ की तरह है और हम इसे बचपन से देखते आए हैं तो हमें तो उसमें कोई परिवर्तन नहीं दिखाई दिया विपक्ष को और गहराई से लिया तो कलाकार की पढ़ाई करके उसको देखना चाहिए।
वहीं कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि सरकार देश में आजादी का महोत्सव मना रही है। इस आजादी के महोत्सव में देश के उन तमाम वीर सपूतों और देश के धरोहरों को सरकार सबके सामने ला रही है। इसको लेकर भी विपक्ष में खलबली है क्योंकि उनको लगता है कि आज तक जिस इतिहास को उन्होने दबा कर रखा है। वह भारतीय जनता पार्टी लगातार आजादी के पश्चात में अमृत महोत्सव के कार्यक्रम के तहत सबके सामने ला रही है।