बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के दिघा इलाके से सटे बंगाल की खाड़ी में एक फ्लाइंग शिप की तरह दिखने वाली एक मछली स्थानीय मछुआरे के जाल में फंस गई, जिस उसने बेचकर एक ही झटके में लाखों रुपये कमा लिया। यह मछली करीब 800 किलोग्राम की थी, जिसे उसने 2100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेची है। इस विशाल मछली को ट्रॉलर की मदद से जाल के किनारे लाया गया। इस मछली का नाम मछुआरों ने चिलशंकर फिश बताया है। ऐसी मछली जापान और अन्य देशों में सप्लाई की जाती है और जहां इसकी दवाओं को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के दिघा इलाके से सटे बंगाल की खाड़ी में एक फ्लाइंग शिप की तरह दिखने वाली एक मछली स्थानीय मछुआरे के जाल में फंस गई, जिस उसने बेचकर एक ही झटके में लाखों रुपये कमा लिया। यह मछली करीब 800 किलोग्राम की थी, जिसे उसने 2100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेची है। इस विशाल मछली को ट्रॉलर की मदद से जाल के किनारे लाया गया। इस मछली का नाम मछुआरों ने चिलशंकर फिश बताया है। ऐसी मछली जापान और अन्य देशों में सप्लाई की जाती है और जहां इसकी दवाओं को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।