दोस्तों और दुश्मनों सभी को हमारा प्रणाम। और जैसा कि हम बोले थे हम आ गए हैं आज भी आ गए हैं हम। और जैसा बोले थे कि आज हम पनीर को दिलाएंगे न्याय। पनीर जिसके साथ सदियों से तो नहीं बल्कि जब से फास्ट फूड का दौर आया है तब से बहुत नाइंसाफी हो रही है और मुझे लगता है कि जब सभी के लिये न्याय मांगा जा सकती है तो एक पनीर के लिए क्यों नहीं? पनीर का मेल ऐसे ऐसे खानों के साथ करा दिया जाता है जिसका कोई सिर पैर नहीं होता और आज हम उसी पर बात करेंगे।
दोस्तों और दुश्मनों सभी को हमारा प्रणाम। और जैसा कि हम बोले थे हम आ गए हैं आज भी आ गए हैं हम। और जैसा बोले थे कि आज हम पनीर को दिलाएंगे न्याय। पनीर जिसके साथ सदियों से तो नहीं बल्कि जब से फास्ट फूड का दौर आया है तब से बहुत नाइंसाफी हो रही है और मुझे लगता है कि जब सभी के लिये न्याय मांगा जा सकती है तो एक पनीर के लिए क्यों नहीं? पनीर का मेल ऐसे ऐसे खानों के साथ करा दिया जाता है जिसका कोई सिर पैर नहीं होता और आज हम उसी पर बात करेंगे।