एड्स पीड़ित पति के साथ कैसी है Life?

एचआईवी से इन्फेक्टेड लोग भी हेल्दी लाइफ जी सकते हैं, यह बात साबित हो चुकी है। मलेशिया में एक महिला 6 साल से एक एचआईवी पॉजिटिव शख्स के साथ शादीशुदा जीवन बिता रही है। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 24, 2019 3:30 AM IST / Updated: Sep 24 2019, 10:57 AM IST

कुआलालंपुर। एचआईवी यानी एड्स से पीड़ित लोग भी अब हेल्दी रोमांटिक लाइफ जी सकते हैं, इस बात को साबित किया है मलेशिया की एक महिला ने जो पिछले 6 सालों से एक एचआईवी पॉजिटिव शख्स के साथ शादीशुदा जीवन बिता रही है। उस महिला ने ट्वीट कर लिखा है कि मैं एचआईवी नेगेटिव हूं और पिछले 6 सालों से अपने पति के साथ नॉर्मल लाइफ जी रही हूं जो एचआईवी पॉजिटिव यानी एड्स की बीमारी से पीड़ित है। महिला का कहना है कि पति के साथ संबंध बनाने के बावजूद उसे किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। बता दें कि उस महिला का पति 1993 से एचआईवी से इन्फेक्टेड है। 

क्या लिखा महिला ने 
महिला ने ट्वीट कर लिखा कि वह एचआईवी नेगेटिव है और 6 साल से अपने पति के साथ नॉर्मल मैरिड लाइफ बिता रही है, जो 1993 से ही एचआईवी से पीड़ित है। महिला का कहना है कि पति के साथ संबंध बनाने के बावजूद उसे एड्स का कोई खतरा नहीं है। ऐसा इसलिए संभव हुआ कि उसके पति का एक खास तरह का ट्रीटमेंट चल रहा है। इस ट्रीटमेंट से एचआईवी पॉजिटिव लोगों में एड्स के वायरस तेजी से खत्म होने लगते हैं और उनके साथ संबंध बनाने से कोई खतरा नहीं होता।

यह संबंध है प्रेरक
महिला ने कहा कि अपने इस संबंध को लेकर वह बहुत खुश है और उसका मानना है कि इससे दूसरे लोगों को प्रेरणा मिलेगी जो इस तरह के संबंध बनाना चाहते हैं। दरअसल, इससे यह साबित होता है कि एचआईवी से पीड़ित लोगों के साथ सामान्य जिंदगी बिताई जा सकती है। HAART ट्रीटमेंट से अब यह संभव हो गया है कि एचआईवी से पीड़ित लोग भी नॉर्मल लाइफ जी सकते हैं और उनके साथ संबंध बनाने में किसी तरह का कोई खतरा नहीं होता। 

क्या है  HAART ट्रीटमेंट
इस ट्रीटमेंट में एचआईवी से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए एक साथ कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे वायरस का इन्फेक्शन दूसरे लोगों को नहीं हो पाता। एचआईवी पीडि़त व्यक्ति में भी एड्स के वायरस एक हद तक खत्म हो जाते हैं। इस स्थिति को undetectable viral load कहा जाता है। ट्रीटमेंट के बाद जब यह स्थिति आ जाती है तो एचआईवी पीड़ित व्यक्ति भी उन्हीं लोगों के जैसा हो जाता है जो एचआईवी से संक्रमण के शिकार नहीं हैं। ऐसे लोग शादी कर सकते हैं और बच्चे को भी जन्म दे सकते हैं।  

क्या है undetectable viral load का मतलब 
इसका मतलब है कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति से दूसरे लोगों में संक्रमण नहीं फैल सकता। इसे U=U नाम दिया गया है। इस स्टेज में एचआईवी संक्रमण नहीं के बराबर रह जाता है और ऐसा व्यक्ति उन लोगों के साथ यौन संबंध बना सकता है, जो एचआईवी से पीड़ित नहीं है। इससे उनमें किसी तरह का संक्रमण नहीं होगा।

एचआईवी पीड़ित लोगों के लिए वरदान है यह ट्रीटमेंट
यह ट्रीटमेंट उन लोगों के लिए वरदान है जो एचआईवी से पीड़ित हैं। उस महिला ने लिखा है कि एचआईवी से पीड़ित लोगों को अब डरने की जरूरत नहीं है। एचआईवी कोई मौत की सजा नहीं है। जैसे ही पता चलता है कि कोई एचआईवी संक्रमण का शिकार है, उसे यह ट्रीटमेंट लेना शुरू कर देना चाहिए। मलेशिया की सरकार HAART ट्रीटमेंट की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध करवा रही है। 

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