चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ अत्याचार के कई मामले सामने आते रहते हैं। हर कोई इस दरिंदगी से वाकिफ है लेकिन चीन हमेशा इससे इंकार करता रहा है।
चीन: पाकिस्तान और चीन दोनों ही भारत के पड़ोसी हैं। कई मुद्दों पर ये दोनों ही देश भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचते देखे गए हैं। लेकिन बात अगर चीन की करें, तो वो पाकिस्तान का भी सगा नहीं है। चीन में लाखों मुसलमानों को ट्रेनिंग कैंप के नाम पर टॉर्चर किया जाता है। इन कैंप में मुस्लिम महिलाओं के साथ बर्बरता की हदें पार की जाती है। कई महिलाएं, जो किसी तरह इन कैंपों से भागने में सफल हुई, उन्होंने वहां अपने साथ हुए व्यवहार के बारे में लोगों को बताया।
साथ सोते हैं चीनी सैनिक
रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में उइगर मुसलमान परिवार के मर्दों को अरेस्ट कर कैंप भेज दिया जाता है। इसके बाद चीनी सैनिक उनकी पत्नियों का ध्यान रखने के नाम पर उनके घर में रुकते हैं। यहां वो इनके साथ जबरदस्ती बिस्तर पर सोते हैं और उनका रेप करते हैं।
कैंप में भी होता है रेप
इसके अलावा जो महिलाएं चीन के टॉर्चर कैंप में रहती हैं, वो जीते जी मौत मांगती हैं। चीन में व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करने के लिए गुलजीरा मॉडिन को अरेस्ट कर इस कैंप में बंद कर दिया गया था। वहां से भागने के बाद उसने मीडिया से अंदर का हाल बताया था। कैंप में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता था। साथ ही सबको उसे देखने को भी कहा जाता था। अगर किसी ने चेहरा घुमाया, तो उसे मारा जाता था।
जबरदस्ती होता है ग्रर्भपात
कैंप में रहने वाली कई महिलाएं दुष्कर्म के बाद प्रेग्नेंट हो जताई है। इन महिलाओं को बिना बताए गर्भपात की गोलियां खिला देते हैं। अगर प्रेग्नेंसी की खबर बाद में पता चलती है तो उन्हें बिना बेहोश किये ही बच्चे को मार दिया जाता है। दर्द से छटपटाती इन महिलाओं को कोई डॉक्टरी हेल्प नहीं मिलती। इस तरह के नर्क को भोगने के लिए महिलाओं को मजबूर किया जाता है।