सड़कों पर फेंके गए थे चिकन के टुकड़े, लालच जो भी बिल्ली फंसी, उसकी हुई ऐसी हालत

कुछ लोग जानवरों के प्रति इतना क्रूरता दिखाते हैं कि उनके बारे में जानकर दिल दहल उठता है। हाल ही में मलेशिया के लोरोंग सेरी कॉन्तान शहर में कुछ लोगों ने आवारा बिल्लियों को जहर मिला चिकेन खिला कर मार डाला।

Asianet News Hindi | Published : Oct 20, 2019 5:17 AM IST / Updated: Oct 20 2019, 10:53 AM IST

हटके डेस्क। एक तरफ बहुत से लोग ऐसे हैं जो आवारा पशुओं की देख-रेख करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं, वहीं ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो उनके प्रति बेहद क्रूरता भरा रवैया अपनाते हैं। उनके क्रूरता भरे कामों के बारे में जानकर वाकई दिल दहल जाता है। बता दें कि हाल ही में मलेशिया के लोरोंग सेरी कॉन्तान शहर में कुछ लोगों ने आवारा बिल्लियों को जहर मिला चिकेन खिला कर मार डाला। इन बिल्लियों की देखभाल मुहम्मद नूर फिक्री जाहरी नाम का एक शख्स करता था। वह उनके खाने-पीने का ख्याल रखता था। लेकिन बिल्लियां बाहर घूमती रहती थीं। यह वहां के रहने वाले लोगों को पसंद नहीं था। 

17 बिल्लियों को जहर देकर मारा
बिल्लियों के बाहर घूमते रहने और घरों में आने-जाने से परेशान लोगों ने उनसे छुटकारा पाने की योजना बनाई। मुहम्मद नूर फिक्री कई बार अपने काम के सिलसिले में बाहर भी जाया करता था, लेकिन वह बिल्लियों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर देता था। इसके लिए वह पड़ोसियों को सामान दे दिया करता था। एक बार जब वह बाहर गया तो बदमाशों ने बिल्लियों को मारने के लिए जहर मिला चिकेन उन्हें खाने को दे दिया। इससे करीब 17 बिल्लियां मर गईं। जब मुहम्मद लौट कर आया तो उसे लगा कि बिल्लियां कम हैं। उसने लोगों से इसके बारे में पूछा, पर किसी ने कुछ बताया नहीं। 

बाद में पता चली जहर देने की बात
दरअसल, बदमाशों ने सभी 60 बिल्लियों को जहर मिला चिकेन खिला कर मारना चाहा था। लेकिन यह संभव नहीं था कि सभी बिल्लियों को एक साथ जहरीला चिकेन खिला दिया जाता। सभी बिल्लियां एक साथ नहीं मिल सकती थीं। फिर भी 17 बिल्लियों ने जहर मिला चिकेन खा लिया और मौत की नींद सो गईं। इसके बाद बाकी बिल्लियां सतर्क हो गईं और दिए जाने पर भी उन्होंने चिकेन नहीं खाया। किसी तरह यह बात मुहम्मद नूर को पता चल गई।

डिपार्टमेंट ऑफ वेटेरिनरी सर्विसेस में मामला हुआ दर्ज
इसके बाद मुहम्मद नूर फिक्री ने डिपार्टमेंट ऑफ वेटेरिनरी सर्विसेस में यह मामला दर्ज करवाया, ताकि इस विभाग के ऑफिशियल्स उन लोगों का पता लगा सकें, जिन्होंने क्रूरता से भरी इस घटना को अंजाम दिया। नूर मुहम्मद ने फेसबुक पर एक स्टेटस भी डाला, जिसमें उसने लिखा कि इस मामले में 2015 के एनिमल वेलफेयर एक्ट का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, ताकि अपराधियों को उचित सजा दी जा सके। उसने लिखा कि उसे उम्मीद है कि अधिकारी जल्दी से जल्दी उन लोगों का पता लगा लेंगे और उन्हें सजा देंगे, जिन्होंने बिल्लियों को जहर देकर मारा है।    
 


 

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