पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हिंसा का मामला सामने आया है। पुरुलिया में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे भाजपा के रथ पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। इसमें ड्राइवर घायल हुआ है। इससे पहले मंगलवार सुबह बीरभूम में भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या का सनसनीखेज मामला भी सामने आया है। भाजपा ने इस हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पश्चिम बंगाल में एक बार फिर चुनावी हिंसा का मामला सामने आया है। मंगलवार सुबह बीरभूम में भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या से तनाव पैदा हो गया है। मामले की गंभीरता को समझते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इधर, पुरुलिया में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे भाजपा के रथ पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। इस घटना में रथ का ड्राइवर घायल हो गया। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुरुलिया में चुनावी रैली करने आए थे। इस हमले के लिए भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताया है। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह हमला तृणमूल कांग्रेस ने कराया। बीरभूम में हुई कार्यकर्ता की हत्या के लिए भी भाजपा ने टीएमसी को जिमेदार ठहराया है। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि TMC 'परिवर्तन यात्रा' से डर गई है, इसलिए वो हिंसा का सहारा ले रही है। सिन्हा ने कहा कि वे यह मामला चुनाव आयोग के सामने उठाएंगे।
बीरभूम में हत्या से तनाव...
यह मामला मंगलवार सुबह सामने आया है। बीरभूम में भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता बापी आंकुड़े की हत्या के बाद तनाव पैदा हो गया है। इस घटना के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। मामला इलम बाजार थाना अंतर्गत नदास ग्राम का है। मृतक सोमवार से लापता था। घटना की गंभीरता को समझते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मृतक के परिजनों तथा भाजपा नेताओं ने इस हत्या के पीछे तृणमूल समर्थकों का हाथ बताया है। पुलिस को मृतक का शव मंगलवार सुबह थाना क्षेत्र के नदास ग्राम के साल नदी के किनारे मिला था।
बीरभूम जिला भाजपा अध्यक्ष ध्रुव साहा ने इसके पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ बताया है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अणुव्रत मंडल ने इसके पीछे भाजपा की अंदरूनी कलह और गुटबाजी बताई है।
जानें कब चुनाव
बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।
पहले भी हो चुका है पथराव
बंगाल में चुनावी हिंसा कोई आम बात नहीं है। चुनाव तारीखों की घोषणा से पहले दिसंबर, 2020 में जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीनियर लीडर कैलाश विजयवर्गीय कोलकाता पहुंचे थे, तब डायमंड हार्बर जाते समय उनके काफिले पर पथराव हुआ था।
भाजपा ने जारी की थी कुछ कार्यकर्ताओं की हत्या की लिस्ट
पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि बंगाल में पिछले कुछ सालों में 130 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई। अगर बंगाल में भाजपा सरकार में आती है, तो आरोपियों को जेल भेजेगी। यह इस लिस्ट में 55 कार्यकर्ताओं के नाम उपलब्ध नहीं हैं।
(साभार: performindia.com)